देहरादून: जहा एक तरह कोरोना वायरस महामारी से पूरा देश जुंज रहा है, वही दूसरी ओर बारिश भी तबाही मचा रही है। दरअसल शुक्रवार को उत्तराखंड के टिहरी जिले में भारी बारिश की वजह से ऋषिकेश-चंबा-गंगोत्री राजमार्ग पर हिंडोलाखाल के पास ऑल वेदर परियोजना के एक पुश्ते का मलबा एक दो मंजिला मकान पर गिर गया। हादसे में मलबे में दबकर तीन लोगो की मौत हो गई। खेडागाड़ गांव में हुई दुर्घटना की सूचना मिलने पर आपदा प्रबंधन और तहसील प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची और तलाश तथा बचाव अभियान चलाकर किसी तरह शवों का मलबे से बाहर निकाला।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि हिंडोलाखाल में बृहस्पतिवार रात्रि से ही मूसलाधार बारिश हो रही है। बारिश के कारण शुक्रवार तडके करीब चार बजे आल वेदर का पुश्ता भरभरा कर खेड़ागाड़ गांव के धर्म सिंह के मकान के ऊपर जा गिरा। इस दौरान वहां सो रहे धर्म सिंह पुत्र अंकित सिंह (19), पुत्री विनीता (28) और एक रिश्तेदार की पुत्री नीलम (22) मलबे में दब गए। घटना के बाद जनता में सीमा सडक संगठन (बीआरओ) की कार्य प्रणाली के खिलाफ रोष बना हुआ है। जिलाधिकारी घिल्डियाल ने हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए हैं।
बता दे की उपजिलाधिकारी युक्ता को जांच सोंपी गई है। मामले में तकनीकी जांच के निर्देश दिए गए हैं, और साथ ही एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को भी कहा गया है। वही देहरादून में भी बीती रात हुई भरी बारिश से रिस्पना नदी में उफान आ गया और उससे लगे निचले इलाकों, शिवपुरी और भगतसिंह कालोनी में घरों में पानी भर गया।