भारत देश भर में होली (Hoil) का त्योहार बड़े ही हर्षोलास से मनाया जाता है। कृष्णा भक्तों के लिए ये त्यौहार सबसे खास होता है, कोई भी शहर हो यहां हर एक घर और चौराहे पर होली की धूम रहती हैं। हर किसी को इस त्यौहार का बेसब्री से इन्तजार रहता है। जी हां, आपको बता दे कि इस साल यह त्यौहार 8 मार्च को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा। लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में ऐसी कई जगह हैं जहां होली का त्योहार नहीं मनाया जाता है।
तमिलनाडु में अधिकतर लोग होली नहीं मनाते हैं। होली के दिन तमिल के लोग मासी मागम मनाते हैं।
भारत के इस गांव में 200 साल से होली नहीं मनाई जाती है। कहा जाता है कि प्राचीन काल में इस गांव पर संतों का अभिशाप लगा हुआ है। यह गांव गुजरात में है।
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उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में होली का त्योहार नहीं मनाया जाता है। रुद्रप्रयाग के क्विली,कुरझन गांव है जहां रंगों का त्योहार नहीं मनाया जाता है।
झारखंड में दुर्गापुर गांव के लोग होली का त्योहार नहीं मनाते हैं। इस गांव में 100 साल से होली का त्योहार नहीं मनाया गया है। होली के दिन राजा के बेटे का निधन हो गया था जिसके बाद होली का त्योहार मनाया जाता है।
बुंदेलखंड के सागर जिले हथखोह गांव के लोग होली का त्योहार नहीं मनाते हैं। इस गांव में होलिका का दहन भी नहीं करते हैं। कहा जाता है कि इस गांव में मां देवी ने दर्शन देकर होली न मनाने के लिए कहा था।