Kirti Rana Article
बहुत नाइंसाफी हुई है रमेश मेंदोला के साथ लेकिन इसके बाद भी संजय शुक्ला का बुरा हाल हुआ तो…
कीर्ति राणा लो…..! भाजपा ने तो गजब कर दिया..! दावेदारी में दमदार माने जा रहे मेंदोला को इंदौर संभाग की प्रत्याशी चयन करने वाली समिति में सदस्य बना डाला।इसे कहते
ऊंचे लोग, ऊंची पसंद : चुनाव यशवंत क्लब के
कीर्ति राणा इंदौर। शहर के आम लोगों में नगर निगम चुनाव(Nagar Nigam Election) की चर्चा भले ही उतनी नहीं हो लेकिन शहर के खास तबके में यशवंत क्लब के चुनाव, पेनलबाजी,
फोटो देखते हुए दिमाग पर ज्यादा जोर नहीं डालना पड़ता
कीर्ति राणा इंदौर। विषय (सब्जेक्ट) और प्रकाश (लाइट) की जुगलबंदी देखना हो तो दुआ सभागृह में लगी सुबंधु दुबे की फोटो प्रदर्शनी में देख सकते हैं। गुजराती आर्टस कॉलेज में
यादों की गुल्लक हाथों में थामे बजाते रहे श्रवण गर्ग
कीर्ति राणा पत्रकारिता जगत में श्रवण गर्ग (Shravan Garg) का नाम देश-दुनिया में जाना-पहचाना है। उम्र के 75 वें पड़ाव में से उनकी आधी सदी तो पत्रकारिता और लेखन को
इतराते शब्दों और इठलाते रंगों की जुगलबंदी
कीर्ति राणा ऐसा बहुत कम होता है जब पत्रकार, कवि के साथ चित्रकार भी उतना ही बेहतर हो। रवींद्र व्यास इन सारे पैमानों पर खरे साबित हुए हैं, विश्वास ना
प्रसार भारती ने मालवी-निमाड़ी भाषा का गला घोंट दिया
कीर्ति राणा आकाशवाणी इंदौर केंद्र से हर रोज मालवी-निमाड़ी भाषा में प्रसारित होने वाला खेती गृहस्थी कार्यक्रम अब सप्ताह में एक दिन वह भी हिंदी भाषा में प्रसारित होगा। प्रसार
जन विरोध के आगे झुका जिला प्रशासन, नई जगह खुली दो दुकानें बंद कराना पड़ी
कीर्ति राणा इंदौर: नई आबकारी नीति के तहत इंदौर में एक अप्रैल से नीलाम की गई शराब दुकानें जिलाप्रशासन का सिरदर्द बढ़ा रही हैं। जन विरोध के चलते तीन दिन
Indore: बहुत हुआ अनुरोध, अब सीधे आंदोलन! नर्मदा आंदोलन की तरह सर्वदलीय समिति के बैनर तले जोड़ा जाएगा जन-जन
कीर्ति राणा इंदौर: इंदौर का मास्टर प्लान कैसा हो, जल-मल बोर्ड का गठन कितना जरूरी है।विकसित होते शहर हित के ऐसे सारे मुद्दों पर लंबे समय से ज्ञापन, अनुरोध और
राष्ट्रकवि सत्यनारायण सत्तन ने रंगपंचमी विश्व प्रसिद्ध गेर के सुनाए किस्से
कीर्ति राणा आज की तरह तब सामाजिक भेदभाव नहीं था। पश्चिम क्षेत्र में रंगारंग गेर तो 1955-56 से निकलना शुरु हुई लेकिन इससे पहले मल्हारगंज क्षेत्र में बसे उत्तर प्रदेश
किस्से क्रिकेट के : बात चलती रही ‘नेहरू स्टेडियम से लार्डस तक’
कीर्ति राणा मौका था किताब के विमोचन का, क्रिकेट के किस्से चले तो बात ‘नेहरू स्टेडियम से लार्डस’'(Lords from Nehru Stadium’) तक पहुंच गई। चर्चा क्रिकेट(Cricket) की हो और मध्य
बिना जानकारी के छपते लेख और कवि ध्रुव शुक्ल की हैरानी
कीर्ति राणा हमारा लिखा कब, किन अखबारों में छप जाता है पता ही नहीं चलता। मानदेय तो दूर की बात अखबार प्रकाशित लेख की प्रति, धन्यवाद पत्र लिखना भी जरूरी