एक बार मे इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक को पर्यावरण के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है। प्लास्टिक उत्पाद लंबे समय तक पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं इस नुकसान को देखते हुए अगस्त 2021 में भी केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने इस पर रोक लगाने के लिए अधिसूचना जारी की थी। लेकिन आपको बता दें कि 1 जुलाई से पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लग जाएगा। किसी भी ऐसी चीज का इस्तेमाल नहीं होगा जो कि सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी होगी। जिसने पेन, पानी की बोतल, प्लास्टिक से बने बैनर – पोस्टर या फिर खाने में इस्तेमाल होने वाली कटलरी आदि सभी शामिल है।
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पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले प्लास्टिक के झंडों से लेकर 1 जुलाई से इन सभी पर पाबंदी लगने वाली है। प्रदूषण को बढ़ाने में सिंगल यूज प्लास्टिक की बहुत बड़ी भूमिका है। जिसमे प्लास्टिक की पॉलीथिन, प्लास्टिक के ग्लास, प्लास्टिक की बोतल, ऐसे सामान शामिल है जो सिर्फ एक ही बार इस्तेमाल होते हैं। जिन्हें बाद में फेंक दिया जाता है और यह जमीन में दब जाते हैं या फिर इन्हें जलाया जाता है। जिससे कि वायु प्रदूषण भी होता है। सिंगल यूज प्लास्टिक आसानी से रिसाइकिल नहीं होते हैं ना ही इन्हें नष्ट किया जा सकता है।
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प्लास्टिक के नैनो कण घुल जाते हैं और पानी और भूमि को भी प्रदूषित करते हैं। इससे जलीय जीवो को भी नुकसान पहुंचता है और नदी नाले भी चौक हो जाते हैं। इसीलिए सीपीसीबी ने सभी उत्पादकों दुकानदारों, ई-कॉमर्स कंपनियों, मार्केट, शॉपिंग सेंटर, सिनेमा हॉल, टूरिस्ट लोकेशन, ऑफिस कंपलेक्स, अस्पताल, स्कूल- कॉलेज आदि संस्थानों में आम लोगों को प्लास्टिक के इन सामानों के उत्पादन, वितरण बिक्री और इस्तेमाल करने पर रोक लगाने की बात कही है। सीपीसीबी ने कहा है कि 30 जून तक सभी अपने स्टाफ को खत्म कर दें,ताकि 1 जुलाई से इस पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई जा सके।