सीनियर आईएएस डॉ एम गीता का निधन हो गया है। लंबे इलाज के बाद देर शाम दिल्ली के एक अस्पताल में सीनियर आईएएस एम गीता का निधन हो गया, उनके निधन की खबर के बाद आईएएस अधिकारियों ने शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी ट्वीट कर दुख प्रकट किया।
इस दौरान मुख्यमंत्रीभूपेश बघेल ने लिखा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा की वरिष्ठ अधिकारी डॉ एम. गीता के निधन का दुखद समाचार मिला। वे 1997 बैच की छत्तीसगढ़ कैडर की अधिकारी थी। गोधन न्यास योजना के क्रियान्वयन में भी उनका अहम योगदान है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं परिजनों को संबल दे। ॐ शांति।
भारतीय प्रशासनिक सेवा की वरिष्ठ अधिकारी डॉ एम. गीता जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है।
वे 1997 बैच की छत्तीसगढ़ कैडर की अधिकारी थीं।
गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में उनका योगदान अंकित है।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं परिवारजनों को संबल दे। ॐ शांति:
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 20, 2022
Must Read- ग्वालियर एवं आगरा के मध्य बनेगा 160 किमी लंबा 6 लेन एक्सप्रेसवे, 3 हजार करोड रूपए है लागत
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने मंत्रालय की संयुक्त सचिव एम. गीता के आकस्मिक निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि “डॉ एम. गीता कुशल प्रशासक और व्यवहार कुशल थी। मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ दिल्ली में विभिन्न पदों पर भी उन्होंने बेहतरीन सेवाएं दी, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय में पदस्थापना के दौरान गीता ने विभिन्न विभागों का कार्य संभालते हुए जिम्मेदारी के साथ अपने काम का निर्वाहन किया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवार को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें।
दरअसल आपको बता दें कि आईएएस एम गीता काफी लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रही थी और दिल्ली में उनका इलाज भी चल रहा था। वह पिछले कई दिनों से दिल्ली के अस्पताल में वेंटिलेटर पर थी और 27 मई को गंभीर हालत में दिल्ली के बीएम कपूर अस्पताल में उन्हें भर्ती करवाया गया। जिसके बाद से वह कोमा में थी और आज उनके निधन की खबर सामने आई है। डॉक्टर का कहना है कि आईएएस एम गीता को किडनी की समस्या थी और उन्हें एक के बाद एक 13 स्ट्रोक आए थे, जिससे उनकी तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई।