इंदौर: आज सावन का पहला सोमवार हैं। श्रावण मास भगवान महादेव को बेहद प्रिय होता है। सावन का महीना हिंदू धर्म में सबसे पवित्र महीना माना जाता है। इस महीने में भगवान शिव की पूजा आराधना की जाती है। साथ ही इस महीने में भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
वहीं इंदौर के श्रमिक क्षेत्र के परदेशीपुरा चौराहा पर गेंदेश्वर द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर है। जहां एक साथ 12 ज्योर्तिलिंगों और चारों धाम के देवी-देवताओं के दर्शन होते हैं। गुंबज पर भी बारह ज्योर्तिलिंगों की आकृति बनी हुई है। यहां होने वाली तांडव आरती बहुत ही खास है। मंदिर के पुजारी द्वारा एक पैर पर खड़े रहकर यहां आरती की जाती है।
बता दें इस मंदिर को शिवधाम के नाम से भी पहचाना जाता हैं। रोज मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए भक्त एकत्रित होते हैं और श्रावण मास के सोमवार यानि आज आयोजित विवाह उत्सव में यहां सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं। इस वर्ष महादेव के दर्शन कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए होंगे। शारीरिक दूरी के साथ ही मुहं पर मास्क लगाना भी आवश्यक होगा।
शिव पूजन में पार्थिव शिवलिंग बनाना और उसके पूजन का विशेष महत्व है। इस मंदिर में 365 दिन पार्थिव शिवलिंग का निर्माण और पूजन होता है। मंदिर में भगवान गणेश, श्रीनाथ, तिरुपति बालाजी, गंगा मैया आदि देवी-देवताओं के भी मंदिर है। इस मंदिर में कांच की कारीगरी और अलग-अलग रंग के ग्रेनाइट का इस्तमाल हुआ है।