सराफा रहवासियों द्वारा रात्रिकालीन सराफा चौपाटी के कारण आने वाली समस्याओं को लेकर समिति अध्यक्ष को ज्ञापन सौंप कर अवगत कराया

Shivani Rathore
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इंदौर दिनांक 20 फरवरी 2024। महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव द्वारा शहर के मध्य क्षेत्र सराफा में रात्रि कालीन चौपाटी के संचालन निर्णय हेतु श्री राजेंद्र राठौड़ की अध्यक्षता एवं अन्य सदस्यों की उपस्थित में समिति का गठन किया गया, महापौर श्री भार्गव के निर्देशानुसार समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों द्वारा विगत दिवस सर्राफा व्यापारिक संगठन के सदस्यों के साथ बैठक की गई थी। इसी प्रकार महापौर श्री भार्गव के निर्देश पर आज सराफा चौपाटी के लिए गठित समिति के अध्यक्ष श्री राजेंद्र राठौड़ एवं समिति सदस्य श्री निरंजन सिंह चौहान से सराफा रहवासी संगठन के दल द्वारा निगम मुख्यालय कक्ष में भेंट कर सराफा रह वासियों द्वारा रात्रि कालीन सराफा चौपाटी के कारण आने वाली समस्याओं से संबंधित ज्ञापन देकर रहवासियों को चौपाटी के कारण आ रही समस्या से अवगत कराया गया।

समिति अध्यक्ष श्री राजेंद्र राठौड़ एवं सदस्य श्री निरंजन सिंह चौहान को ज्ञापन देते हुए रहवासियों द्वारा बताया कि सराफा में 35 परिवार वर्षों से निवासरत है, इनमें कुछ व्यापारियों की नीचे दुकानें होकर उपर निवासरत है, रहवासियों द्वारा प्रमुख समस्याएं बताई जिनमें, रात्रि कालीन सराफा चैपाटी में अवैध दुकाने संचालित की जा रही है और ये चोपाटी अब दिन प्रतिदिन भयावह रूप लेती जा रही है। पिछले 4-5 वर्षों चैपाटी की दुकानें सराफा बाजार में हर कही खुलती जा रही है और अवैध तरीके से लगती जा रही है… इन अवैध दुकानों के कारण रहवासियों को निम्न परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

  • रात्रिकालीन चोपाटी में विगत वर्षों से अवैध तरीके से दुकानें खुलती जा रही है जो की बीच सड़क पर ही खोली जा रही है. ऐसे में रहवासियों को आपातकालीन समय (फायर इमरजेंसी, एम्बुलेंस इमरजेंसी) में बाहर निकलना बहुत कठिन हो रहा है।

 

  • चौपाटी में आगजनी की संभावनाएं बढ़ती जा रही है, गैस के सिलिंडर भी बहुत ज्यादा है एवं कोयले की सिगड़ी का उपयोग भी बढ़ता जा रहा है, कोयले की चूल्हों से दिन ब दिन वायु प्रदूषण हो रहा है और इसका धुआं पुरे बाजार में फैला रहता है, खुली हवा में थोड़ी देर खड़ा होना भी मुश्किल हो रहा है. कोयले के चूल्हों से चिंगारियां भी बहुत निकलती है।

 

  • वायु का प्रदूषण गैस चूल्हों के अलावा चैपाटी द्वारा तली हुई चीजों से भी हो रहा है, काफी सारे खाद्य प्रदार्थ बड़ी मात्रा में तले जाते है जिससे कि उनसे होने वाले धुएं का निकास कही भी नहीं है.. ये सारा धुओं भी बाजार में फैल जाता है, इनसे रहवासियों के बुजुर्ग सदस्यों को श्वसन संबंधी परेशानियां हो रही है।

 

  • यह की, चैपाटी में बहुत सारे ठेला संचालक जोर जोर से गाने बजाते रहते हैं, जोर से गाने बजते हैं की रात को सोना भी मुश्किल हो जाता है. माननीय उच्च न्यायलय (सुप्रीम कोर्ट, के निर्देशों के अनुसार रात को 11 बजे बाद सार्वजानिक स्थानों पर किसी भी तरह का जोर जोर से ध्वनि यंत्र नहीं बजाया जा सकता है) के निर्देशो का खुलकर उल्लंघन किया जाता है।

 

  • यहाँ के रहवासियों के बच्चों की शोरगुल के कारण पढाई भी नहीं हो पाती है, रातभर के शोर से छोटे बच्चों की नींद भी नहीं हो पाती है और बच्चे भी मानसिक अवस्था से चिढ़ चिढ़े हो रहे है।

 

  • लोग तेल व वास्य सामग्री कमी हुई सड़क पर फेंक जाते है। जिससे फिसलन हो जाती है उस कीचड़ से दिनभर लोग फिसलकर गिरते हैं।

 

  • रविवार जैसे छुट्टी के दिनों में एवं अन्य छुट्टी के दिनों में भी ये चोपाटी दोपहर में 3-4 बजे से ही शुरू होकर रात के 3 बजे तक खुली रहती है, याने की छुट्टी के दिनों में रात को तो परेशान हो ही रहे हैं, दिन में भी बहुत परेशान हो रहे है।

 

  • चौपाटी चलाने वाले लोग ग्राहकों को बिठाने के लिए कुर्सियों और स्टूल को रास्ते के बीच में ही लगा देते है, साथ साथ साथ आने जाने का पूरा रास्ता बंद कर देते है, इस कारण से रहवासियों के महिलाओ और बुजुर्गो को खुद के घर से बहार निकलने में ही परेशानी होती है, ठेला संचालक को बोलने पर है रहवासिओ को धमकाने लगते है, एवं अभद्र भाषा का प्रयोग करते है।

 

  • रहवासी अपने स्वयं के वाहन भी अपने स्वयं के घरो के निचे नहीं रख पा रहे है, चैपाटी को चलाने वाले लोग वाहनों को इधर उधर खिसका देते हैं, समझाने पर वाहनों में तोड़ फोड़ करने लगते है।

 

  • चौपाटी लगाने वालो के पास किसी तरह का कोई भी बिजली का कनेक्शन नहीं होता है, ये सारे बिजली के कनेक्शन अवैध तरीके से लिए जाते है, एवं इनको शरण देने वाले लोग बिजली के अवैध कनेक्शन उपलब्ध करवाते है, चोपाटी वालो को शरण देने वाले एवं इनको बिजली का कनेक्शन देने वालो के पास बिजली देने का सब-मीटर भी नहीं होता है।

 

  • सराफा चैपाटी में सार्वजानिक जगह पर बिना किसी परमिशन के खाने पीने की ठिया लगते जा रहे है, सार्वजानिक स्थानों का उपयोग जनता की सुविधा क लिए होता है पर यहाँ पर सार्वजनिक स्थानों का उपयोग लोग व्यसायिक गतिविधिओ में कर रहे है।

इस संबंध में रह वासियों द्वारा समिति अध्यक्ष श्री राठौर एवं सदस्य को महोदय से निवेदन किया गया कि सराफा रहवासियो की इस समस्या की और ध्यान दे एवं ये चोपाटी शहर में कहीं और स्थानांतरित करे।