Samsaptak Rajyog : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब ग्रह एक दूसरे के आमने-सामने आते हैं या फिर सातवें भाव में स्थित होते हैं तब समसप्तक राजयोग का निर्माण होता है। वर्तमान समय में मंगल कन्या राशि और शनि मीन राशि में आमने-सामने आकर इस विशेष योग का निर्माण कर रहे हैं।
13 सितंबर तक यह स्थिति बनी रहेगी क्योंकि इस दिन मंगल कन्या राशि से निकाल कर तुला राशि में प्रवेश कर जाएंगे। वहीं ज्योतिषाचार्य के मुताबिक यह राजयोग तीन राशियों के लिए बेहद शुभ साबित होने वाला है। इस राजयोग के बनने से धन सफलता और तरक्की के अवसर प्राप्त होंगे।
इन्हें मिलेगा लाभ
जिन तीन राशियों को उसका लाभ मिलेगा। उनमें वृषभ राशि भी शामिल है।
वृषभ के लिए मंगल शनि की युति हर क्षेत्र में सफलता का कारण बनेगी। आय में वृद्धि होगी। धन के नए स्रोत निर्मित होंगे। कला, लेखन संगीत के क्षेत्र से जुड़े लोगों को विशेष लाभ होगा। संतान की ओर से शुभ समाचार मिल सकता है। व्यापारियों को अच्छा धन लाभ और बेरोजगारों को नौकरी मिलने की संभावना है।
कुंभ राशि को अचानक धन लाभ हो सकता है। रुका हुआ या अटका पैसा वापस मिल सकता है। निवेश से लाभ होगा। कारोबार के नए अवसर मिलेंगे। नौकरी पेशा लोगों को नई जिम्मेदारी मिल सकती है।संतान की ओर से कोई सूचना मिल सकती है।
मकर राशि के लिए भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। करियर में तरक्की होगी। नई जिम्मेदारी मिल सकती है। जीवनसाथी के साथ रिश्ते मजबूत होंगे। देश-विदेश की यात्रा कर सकते हैं।
कब बनता है समसप्तक राजयोग
ज्योतिष के अनुसार जब दो ग्रह एक दूसरे से सातवें स्थान पर होते हैं या आमने-सामने आते हैं, तब सम सप्तक राजयोग का निर्माण होता है। इस योग के बनने से धन, सफलता और प्रसिद्धि की प्राप्ति होती है। स्थिति प्रतिकूल होने पर ग्रहों का असर कमजोर हो सकता है।
Disclaimer : यह आलेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।