ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मनुष्य के जीवन में कुछ ऐसे शुभ योग और राजयोग बनते हैं जो व्यक्ति को साधारण से असाधारण बना देते हैं। इन योगों के प्रभाव से जातक धन, वैभव, सम्मान और सुख-सुविधाओं से परिपूर्ण जीवन जीता है। ऐसा ही एक दुर्लभ योग है महाभाग्य राजयोग, जो व्यक्ति को ऊँचे पद, अपार धन और प्रतिष्ठा प्रदान करता है।
कैसे बनता है महाभाग्य राजयोग?
ज्योतिष के अनुसार, महाभाग्य राजयोग के निर्माण के लिए जन्मकुंडली में लग्न, सूर्य और चंद्रमा की स्थिति विशेष महत्व रखती है।
- यदि पुरुष जातक की जन्मकुंडली में लग्न, सूर्य या चंद्रमा विषम राशियों (मेष, मिथुन, सिंह, तुला, धनु और कुम्भ) में स्थित हों, तो यह राजयोग बनता है।
- वहीं महिला जातिका की कुंडली में यह योग तब बनता है जब लग्न, सूर्य और चंद्रमा सम राशियों (वृषभ, कर्क, कन्या, वृश्चिक, मकर और मीन) में हों।
जन्म का समय भी इस योग के निर्माण में महत्वपूर्ण माना गया है, चाहे जन्म दिन में हुआ हो या रात में।
महाभाग्य योग से मिलने वाले लाभ
जिन लोगों की कुंडली में यह योग बनता है, उन्हें समाज और परिवार में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त होती है। ऐसे लोग बहुत धनवान, प्रभावशाली और पराक्रमी माने जाते हैं। राजनीति में भी ये जातक बड़े पदों तक पहुँच सकते हैं और लोकप्रिय व्यक्तित्व के धनी होते हैं। इनके शत्रु इन पर हावी नहीं हो पाते।
भौतिक सुख और दूरदर्शिता
महाभाग्य योग वाले जातक केवल संपत्ति और धन ही नहीं कमाते, बल्कि भौतिक सुख-सुविधाओं का भरपूर आनंद उठाते हैं। उनकी सोच गहरी और दूरदर्शी होती है, जिसके कारण जीवन में सफलता निरंतर मिलती रहती है।
महिलाओं के लिए महाभाग्य योग
यदि किसी स्त्री की जन्मकुंडली में यह राजयोग बनता है, तो उसे भाग्यशाली और चरित्रवान माना जाता है। ऐसी स्त्रियाँ सभ्य स्वभाव की होती हैं और अपने पति तथा ससुराल के लिए बेहद शुभ साबित होती हैं। इनके जीवन में सुख, समृद्धि और प्रतिष्ठा स्वतः आती है।
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