Palmestry : हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हर व्यक्ति की हथेली पर बनी रेखाएं उसके कर्म और भाग्य का प्रतिबिंब होती है। कहा जाता है कि रेखाएं हर दिन बदलती है और इसके प्रभाव से जीवन में शुभ अशुभ परिणाम नजर आते हैं।
हस्त और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हथेली पर त्रिशूल का निशान बेहद दुर्लभ और शुभ माना जाता है। ऐसा व्यक्ति जीवन में सफलता. धन और मान सम्मान को निश्चित ही प्राप्त करता है।
शुक्र पर्वत पर त्रिशूल का निशान
जिन जातकों की हथेली पर शुक्र पर्वत यानी अंगूठे के नीचे के भाग पर त्रिशूल का निशान होता है, वह बेहद भाग्यशाली माने जाते हैं। इन्हें सच्चा प्यार मिलता है और दांपत्य जीवन सुखी रहता है। इन पर भगवान शिव की विशेष कृपा मानी जाती है।
चंद्र पर्वत पर त्रिशूल का निशान
चंद्र पर्वत यानी हथेली के नीचे कनिष्ठा उंगली की और पर यदि त्रिशूल का निशान हो तो व्यक्ति रोमांटिक और क्रिएटिव प्रवृत्ति का होता है। ऐसे लोग कला प्रेमी होते हैं। संगीत प्रेमी माने जाते हैं। साहित्य के प्रति इनमें विशेष रूचि होती है और यह रचनात्मक क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल करते हैं।
गुरु पर्वत पर त्रिशूल का निशान
गुरु पर्वत यानी तर्जनी उंगली के नीचे पर त्रिशूल का निशान होना मान सम्मान और धन संपत्ति का प्रतीक है। ऐसे लोग को समाज में प्रतिष्ठा मिलती है। जीवन में इनके पास कभी धन की कमी नहीं होती। किस्मत उनके साथ हमेशा खड़ी रहती है।
हृदय रेखा से बनता त्रिशूल का निशान
यदि हृदय रेखा से त्रिशूल का निशान बनता है तो यह प्रेम विवाह का संकेत देता है। अगर यह निशान गुरु पर्वत तक जाता है तो व्यक्ति को विदेश यात्रा और दूर स्थान पर बसने के अवसर मिलते हैं।
Disclaimer : यह आलेख सामान्य जानकारी और ज्योतिषीय विद्या पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।