इस साल का पितृ पक्ष ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद खास रहने वाला है। 12 साल बाद एक बार फिर गजकेसरी राजयोग का निर्माण हो रहा है, जो कुछ राशियों के जीवन में बड़े बदलाव लेकर आएगा। पंचांग के अनुसार, पितृ पक्ष 7 सितंबर से 21 सितंबर तक रहेगा। इसी दौरान 14 सितंबर को चंद्रमा मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे, जहां पहले से ही देवगुरु बृहस्पति विराजमान होंगे। इन दोनों ग्रहों की युति गजकेसरी योग बनाएगी, जिसका प्रभाव 21 सितंबर तक देखने को मिलेगा।
गजकेसरी योग क्यों है खास?
ज्योतिष शास्त्र में गजकेसरी योग को बहुत शुभ और शक्तिशाली माना गया है। “गज” यानी हाथी और “केसरी” यानी सिंह, दोनों ही शक्ति, साहस और समृद्धि के प्रतीक हैं। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति को सफलता, धन और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। यह संयोग व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के साथ-साथ अचानक आर्थिक लाभ भी दे सकता है।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए यह योग किसी वरदान से कम नहीं है। यह आपकी कुंडली के दूसरे भाव में बन रहा है, जो धन और वाणी का कारक है। इस दौरान आपके आकस्मिक धन लाभ के योग बनेंगे। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन या सैलरी वृद्धि मिल सकती है, वहीं व्यापारी वर्ग को बड़े मुनाफे का लाभ मिलेगा। परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ेगी और आपकी वाणी में मिठास आने से लोग आपकी ओर आकर्षित होंगे।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए यह योग करियर और बिज़नेस दोनों में शानदार उपलब्धियां दिलाएगा। आपकी कुंडली के दसवें भाव में बन रहा यह योग कार्यक्षेत्र में आपकी मेहनत को पहचान दिलाएगा। बॉस और वरिष्ठ अधिकारी आपके काम से प्रभावित होंगे। प्रमोशन के साथ नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। बिज़नेस करने वालों को कोई बड़ी डील हाथ लग सकती है। समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा और लक्ष्य आसानी से पूरे होंगे।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए गजकेसरी योग बेहद खास है। यह आपकी कुंडली के 11वें भाव यानी लाभ भाव में बन रहा है। इस समय आपकी आय में जबरदस्त वृद्धि होगी। नए आय स्रोत बनेंगे और निवेश से अच्छा मुनाफा मिलेगा। आपकी इच्छाएं पूरी होंगी और मित्रों व बड़े भाई-बहनों से लाभ होगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और जीवन में खुशियों का संचार होगा।
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