Gajkesari Yog 2025: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस साल होली का पर्व 14 मार्च को विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। 14 मार्च को दोपहर 12 बजकर 56 मिनट पर चंद्रमा कन्या राशि में गोचर करेंगे, जहां वे 17 मार्च, सुबह 1 बजकर 15 मिनट तक रहेंगे। इस दौरान गजकेसरी राजयोग का निर्माण हो रहा है, जो कुछ खास राशियों के लिए अत्यधिक शुभ साबित हो सकता है।
गजकेसरी राजयोग का निर्माण गुरु द्वारा किया जा रहा है, जो वृषभ राशि में विराजमान हैं और उनकी दृष्टि कन्या राशि में स्थित चंद्रमा पर पड़ रही है। इस योग के प्रभाव से कई राशियों के जीवन में बड़े बदलाव आ सकते हैं और उनकी किस्मत चमक सकती है।

Gajkesari Rajyog इन 3 राशियों की बदलेगा किस्मत
मिथुन राशि (Mithun Zodiac)
मिथुन राशि के जातकों के लिए होली का दिन खास होगा। इस दिन आपकी कुंडली के चौथे भाव में गजकेसरी राजयोग का निर्माण होगा। चौथा भाव घर, परिवार, भूमि, वाहन और मातृभूमि से संबंधित होता है। इस दौरान आपको अपनी जमीन-जायदाद, घर या वाहन खरीदने का अच्छा मौका मिल सकता है। यदि आप किसी संपत्ति को बेचने का विचार कर रहे हैं, तो भी यह समय आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है। साथ ही, अगर आपकी माता का स्वास्थ्य खराब चल रहा है, तो इस अवधि में उनकी तबियत में सुधार हो सकता है। निवेश करने का विचार है तो यह समय उत्तम रहेगा, और आपको अच्छा लाभ प्राप्त हो सकता है।
मकर राशि (Capricorn Zodiac)
मकर राशि के जातकों के लिए यह समय बेहद शुभ रहेगा। चंद्रमा का गोचर इस राशि के नवम भाव यानी भाग्य भाव में होगा, और गुरु की दृष्टि इस पर पड़ेगी, जिससे गजकेसरी राजयोग बनेगा। भाग्य के इस विशेष स्थान पर बने इस राजयोग से जीवन में खुशियां और समृद्धि का आगमन हो सकता है। इस समय आपका मन शांत रहेगा और आप सही निर्णय ले पाएंगे। यदि आप नए व्यापार या नौकरी की शुरुआत करना चाहते हैं, तो यह समय आपके लिए बहुत लाभकारी हो सकता है। इसके अलावा, अगर आप घर में कोई धार्मिक अनुष्ठान या पूजा-पाठ करना चाहते हैं, तो वह भी अत्यधिक शुभ रहेगा।
सिंह राशि (Leo Zodiac)
सिंह राशि के जातकों के लिए गजकेसरी राजयोग धन के भाव यानी दूसरे भाव में बन रहा है, जो उनके वित्तीय मामलों में सुधार ला सकता है। इस समय आपकी वित्तीय समस्याएं हल हो सकती हैं और आप पैसों की तंगी से छुटकारा पा सकते हैं। साथ ही, यह समय आपके लिए फाइनेंशियल मैनेजमेंट और निवेश के मामलों में सफलता दिला सकता है। यदि आप विदेशी व्यापार से जुड़े हैं, तो इस समय आपको अच्छे फायदे मिल सकते हैं। आप अपनी पुरानी और फालतू खर्चों में कटौती करने में सफल हो सकते हैं, जिससे आपको अच्छा खासा पैसा बचाने का मौका मिलेगा। शेयर बाजार में निवेश करने से भी आपको लाभ मिल सकता है।
कब बनता हैं गजकेसरी राजयोग (Gajkesari Rajyog)?
गजकेसरी योग का निर्माण तब होता है जब चंद्रमा की युति गुरु, बुध या शुक्र के साथ किसी केंद्र स्थान (1, 4, 7, 10 भाव) में होती है। यदि चंद्रमा और गुरु में से कोई एक ग्रह उच्च राशि में स्थित हो, तो भी यह योग बनता है। इसके अलावा, यदि चंद्रमा गुरु के साथ किसी जातक के कुंडली के लग्न, चौथे या दसवें भाव में स्थित हो, तो यह योग उत्पन्न होता है। गजकेसरी राजयोग का प्रभाव जातक की कुंडली पर सकारात्मक रूप से पड़ता है, जिससे जीवन में समृद्धि, सुख और सफलता की प्राप्ति होती है।
Disclaimer : इसमें दी गई सभी जानकारी ज्योतिष, धार्मिक ग्रंथों, पंचांग और सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Ghamasan.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।