Neechbhang Rajyog : वैदिक ज्योतिष में शुक्र को दैत्य का गुरु माना गया है। शुक्र सौंदर्य, वैभव भोग और विलासिता का कारक ग्रह है। जब शुक्र अपनी नीच राशि करने में प्रवेश करते हैं तो शुभ फल मिलते हैं लेकिन इस बार विशेष स्थिति बनेगी।
दरअसल 9 अक्टूबर को शुक्र सिंह राशि से निकलकर अपने नीच की राशि कन्या में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही नीच भंग राजयोग का निर्माण होगा। यह विशेष राजयोग खास तौर पर मिथुन, धनु और मकर राशि के जातकों के लिए शुभ साबित होने वाला है। वहीं इससे जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े लाभ की संभावना बन रही है।
कब बनता है यह राजयोग
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नीचभंग राजयोग की स्थिति तब बनती है, जब नीच ग्रह उच्च ग्रह के साथ बैठे हो, तब नीच भंग राजयोग का निर्माण होता है।
- जब नीच ग्रह, जिस राशि में बैठा है। उसका स्वामी लग्न या चंद्रमा से केंद्र स्थान में हो, तब इस राजयोग का निर्माण होता है।
- जब नीच ग्रह जिस राशि में हो। उस राशि का उच्च ग्रह चंद्रमा से केंद्र स्थान में हो, तब भी इस राजयोग का निर्माण होता है।
- वही जब नीचे राशि का स्वामी और उसके उच्च राशि का स्वामी परस्पर केंद्र स्थान में होता है, तब भी नीचभंग राजयोग का निर्माण होता है।
कई राशियों पर असर
9 अक्टूबर 2025 से बनने वाले नीचभंग राजयोग का असर कई राशियों पर देखने को मिलने वाला है। हालांकि तीन ऐसी राशियां हैं, जो बेहद ही सौभाग्यशाली साबित होगी। इन जातकों को तरक्की, धन लाभ और जीवन के कई क्षेत्रों में सफलता मिलने की प्रबल संभावना है।
जिन तीन राशियों को इसका लाभ मिलेगा। उनमें धनु राशि भी शामिल है।
- धनु राशि के लिए यह राजयोग व्यवसाय में बड़ी तरक्की लेकर आ सकता है। नौकरी करने वाले लोगों को कार्य स्थल पर नई जिम्मेदारी मिल सकती है। नए प्रमोशन मिलने के योग हैं। कला, लेखन और संगीत के क्षेत्र से जुड़े लोगों को सफलता मिलेगी। व्यापारियों को धन लाभ होगा। नए अवसर प्राप्त होंगे।
- मिथुन राशि के लिए यह समय भौतिक सुख सुविधाओं में वृद्धि का है। प्रॉपर्टी, जमीन जायदाद और रियल स्टेट से जुड़े लोगों को खास लाभ होगा। दांपत्य जीवन मधुर होगा। जीवनसाथी के साथ तरक्की संभव है। धन के नए स्रोत निर्मित होंगे। कारोबार में सफलता मिलेगी।
- मकर राशि के लिए उन्हें भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। व्यापारियों को धन लाभ मिल सकता है। व्यापार का विस्तार करने में सफल रहेंगे। प्रतियोगी छात्रों को सफलता मिलेगी। परीक्षा में सफलता मिलने के साथ ही परिवार संग समय बिता सकेंगे। विदेश यात्रा के योग है। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
Disclaimer : यह आलेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। हम इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं।