अक्षय तृतीया के दिन करें ये उपाय, साल भर होगी धन की वर्षा, घर में बनी रहेगी हमेशा सुख-समृद्धि

अक्षय तृतीया का पर्व शुभ कार्यों और समृद्धि के लिए खास माना जाता है। इस दिन कुबेर देवता और लक्ष्मी माता की पूजा, सोने-चांदी की खरीदारी, दान और तुलसी पूजा से जीवन में खुशियां और समृद्धि बढ़ सकती है। साथ ही, नकारात्मकता से बचकर सकारात्मक सोच बनाए रखना भी जरूरी है।

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अक्षय तृतीया का पर्व खासतौर पर शुभ कार्यों के लिए प्रसिद्ध है, क्योंकि इस दिन किए गए कार्यों का फल कभी समाप्त नहीं होता। यह दिन विशेष रूप से धन, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।

अगर इस दिन कुछ विशेष उपाय किए जाएं, तो आपके जीवन में खुशियां और समृद्धि का वास हो सकता है। आइए जानते हैं कुछ अचूक उपाय, जिनसे आपकी किस्मत बदल सकती है।

कुबेर देवता और लक्ष्मी माता की करें पूजा

अक्षय तृतीया के दिन कुबेर देवता और मां लक्ष्मी की पूजा अत्यधिक फलदायी मानी जाती है। इस दिन घर के उत्तर दिशा में स्वच्छता का ध्यान रखते हुए सफेद कपड़ा बिछाकर इन देवताओं की पूजा करें। घी का दीपक जलाएं और शंख बजाकर पूजा आरंभ करें। पूजा के दौरान “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। यह उपाय घर में धन और सुख-समृद्धि लाने में सहायक होता है।

सोने या चांदी की खरीदारी करें

अक्षय तृतीया के दिन सोने या चांदी का खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन खरीदी गई कोई भी वस्तु कभी भी घटती नहीं है, यानी उसका लाभ हमेशा के लिए स्थायी रहता है। यदि सोना खरीदना संभव नहीं है, तो आप चांदी के सिक्के या छोटे आभूषण भी खरीद सकते हैं। खरीदारी करते वक्त मां लक्ष्मी से यह प्रार्थना करें कि आपके घर में हमेशा समृद्धि और धन का वास रहे।

अक्षय तृतीया के दिन करें दान-दक्षिणा

अक्षय तृतीया के दिन दान करने का महत्व और भी बढ़ जाता है। इस दिन आप अन्न, वस्त्र, जल, फल, धन आदि का दान करें। विशेष रूप से गरीबों और जरूरतमंदों को खाना खिलाना और उन्हें जरूरी चीजें देना आपको पुण्य के साथ-साथ आर्थिक समृद्धि भी दे सकता है। दान करते समय निस्वार्थ भाव से अपनी कामना करें और ईश्वर से स्थायी सुख की प्रार्थना करें।

तुलसी के पौधे की करें पूजा

तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में अत्यधिक पवित्र माना जाता है। इस दिन तुलसी के पौधे को जल अर्पित करें और उसके सामने घी का दीपक जलाएं। साथ ही तुलसी माता से सुख और समृद्धि की प्रार्थना करें। यह उपाय जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और दरिद्रता का नाश करता है। इस दिन घर के वातावरण को शुद्ध रखने के लिए यह एक सरल और प्रभावी उपाय है।

अक्षय तृतीया के दिन क्या न करें?

इस दिन नकारात्मक सोच, झगड़ा-फसाद और अपशब्द बोलना वर्जित माना गया है। पूरे दिन सकारात्मक सोच रखें, अच्छे कार्य करें और दूसरों की मदद करें। इससे न केवल आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा, बल्कि आप इस पवित्र दिन का सही लाभ भी उठा सकेंगे।

अक्षय तृतीया का महत्व

अक्षय तृतीया को भगवान विष्णु, भगवान परशुराम और मां लक्ष्मी से जुड़ी कई कथाओं से जोड़ा जाता है। यह वह दिन है जब भगवान श्रीकृष्ण ने अपने मित्र सुदामा को अपार धन का आशीर्वाद दिया था। इसी दिन से त्रेतायुग और सत्रयुग की शुरुआत भी मानी जाती है। इस दिन किया गया हर शुभ कार्य अक्षय पुण्य देने वाला होता है, जिससे यह दिन विशेष महत्व रखता है।

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