एक राष्ट्र एक चुनाव पर गठित उच्च स्तरीय समिति ने नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंपी। इस समित का नेतृत्व पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कर रहें थे । इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आज़ाद, 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह और पूर्व लोकसभा महासचिव सुभाष सी. कश्यप सहित पैनल के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।
जानकारी के मुताबिक पैनल ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 18,626 पन्नों की रिपोर्ट सौंपी। इसमें कहा गया है कि यह रिपोर्ट 2 सितंबर, 2023 को इसके गठन के बाद से हितधारकों, विशेषज्ञों के साथ व्यापक परामर्श और 191 दिनों के शोध कार्य का परिणाम है। पैनल ने 2029 में एक साथ चुनाव कराने और इससे संबंधित प्रक्रियात्मक और तार्किकमुद्दों पर चर्चा करने का सुझाव दिया है।
न्यूल एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, पैनल ने पहले लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की भी सिफारिश की, उसके बाद दूसरे चरण में 100 दिनों के भीतर स्थानीय निकाय चुनाव कराए। रिपोर्ट के अनुसार, पहले एक साथ चुनावों के लिए, सभी राज्य विधानसभाओं का कार्यकाल अगले लोकसभा चुनावों तक समाप्त होने वाली अवधि के लिए हो सकता है।इसमें कहा गया है कि त्रिशंकु सदन या अविश्वास प्रस्ताव की स्थिति में, शेष पांच साल के कार्यकाल के लिए नए सिरे से चुनाव कराए जा सकते हैं।
रिपोर्ट में एक साथ चुनावों की आर्थिक व्यवहार्यता पर एनके सिंह और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्राची मिश्रा का एक पेपर शामिल है। समिति राजनीतिक दलों, संवैधानिक विशेषज्ञों, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्तों, चुनाव आयोग और अन्य संबंधित हितधारकों के साथ उनके विचार जानने और मामले पर अंतर्दृष्टि इकट्ठा करने के लिए परामर्श कर रही है।