नई दिल्ली। कोरोना काल के बीच अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की गतिविधियां अब तेज हो चली है। मीडिया रिपोर्ट की माने तो अगले महीने के पहले सप्ताह में मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम किया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस के चलते इस कार्यक्रम में कई नियमों का पालन किया जाएगा। हालांकि सुत्रों की माने तो इस कार्यक्रम के लिए कई बड़े बड़े नेताओं को आमंत्रण भेजा जा चुका है।
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भूमि पूजन करेंगे इनके अलावा यहां पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, बीजेपी के दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी को बुलाया जा सकता है। इनके अलावा उमा भारती, विनय कटियार और साध्वी ऋतंभरा, विश्व हिंदू परिषद की ओर से आलोक कुमार, मिलिंद परांदे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर खुद मोहन भागवत और अन्य कुछ नेता आ सकते हैं। साथ ही कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी भूमि पूजन के लिए न्यौता दिया गया है। बताया जा रहा है कि इनमें महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे और बिहार के सीएम नीतिष कुमार भी शामिल है।
बात करें मंदिर के निर्माण की तो बताया जा रहा है कि मंदिर तीन से चार साल में बनकर तैयार हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भूमि पूजन समारोह के दौरान गर्भगृह में चांदी की पांच ईंटें भी लगाई जाएंगी। मंदिर का डिजाइन और वास्तुकला विश्व हिंदू परिषद द्वारा प्रस्तावित आधार पर रखा गया है। मंदिर का डिजाइन विष्णु मंदिर की नगर शैली का होगा। तो वहीं गर्भगृह अष्टकोणीय होगा।
बताया जा रहा है कि मॉडल में कुछ बदलाव किए गए है जिसके अनुसार मंदिर का कुल क्षेत्रफल 76,000 से 84,000 वर्ग फुट के बीच होगा। जबकि पहले यह लगभग 38,000 वर्ग फुट का बताया जा रहा था। इसलिए पहले से अब मंदिर की लंबाई, चैड़ाई और ऊंचाई बढ़ा दी गई है। इसके अलावा अब 3 के बजाय पांच गुंबद बनाने की बात कही जा रही है।