मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक रूप से यह कहा की पार्टी में गुंडे बदमाशों गैंगस्टर के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्होंने इंदौर का खास उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी चयन समिति द्वारा चुने गए एक उम्मीदवार को इसलिए बदला गया क्योंकि उस परिवार की पृष्ठभूमि अपराधिक है। मुख्यमंत्री के इस वक्तव्य ने एक सबसे बड़ा सवाल खड़ा कर दिया की इंदौर की संभागीय प्रत्याशी चयन समिति में किसी ने भी उक्त प्रत्याशी का विरोध क्यों नहीं किया।
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क्या सभी ने मौन साध रखा था या इतने दबाव में थे कि कोई भी यह नहीं बोल पाया जो मुख्यमंत्री ने बोल दिया। उक्त समिति में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री तुलसी सिलावट मंत्री उषा ठाकुर इंदौर के वरिष्ठ और अनुभवी नेता मधु वर्मा जैसे लोग भी इस समिति में शामिल थे।
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फिर किसी ने भी यह ध्यान क्यों नहीं दिया कि भाजपा में गुंडे बदमाशों के लिए कोई स्थान नहीं है या इनकी नजर में वह परिवार समाजसेवी है जो मुख्यमंत्री की नजर में अपराधी प्रवृत्ति का है। अभी भी कुछ और भाजपा उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर प्रकरण दर्ज हैं और जमानत पर छूटे हुए हैं।