गर्मी के सीजन में कच्ची मिट्टी के पक्के घड़े बिकना हुए शुरू, मटके का पानी साइंटिफिक रूप से होता है स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

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इंदौर। गर्मी के सीजन की दस्तक शहर की गलियों पर साफ दिखाई दे रही है। शहर के कई चौराहों पर अपनी कला के अदभुत नमूने को अपने में संजोए, कच्ची मिट्टी के पक्के घड़े बिकना शुरू हो गए हैं। यह मटके पानी को ठंडा रखने के साथ साथ दिखने में भी काफी आकर्षक है। शहर में बेचे जाने वाले आधे से ज्यादा मटके आदिवासियों द्वारा निर्मित मालवा क्षेत्र से है, यह मटके 100 रुपए से लेकर 1 हजार रुपए तक की कीमत में है।

कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार यह फ़ायदे होते है, मटके का पानी पीने से

मटके का पानी तेज गर्मी में लू से बचाने में मदद करता है. मिट्टी के बर्तनों में पानी रखने से पानी के विटामिन और मिनरल्स शरीर के ग्लूकोज लेवल को बनाए रखते हैं. जिससे शरीर को ठंडक मिलती है. मटके का पानी पीने से प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिलता है. इससे शरीर मे टेस्टोस्टेरोन का लेवल भी बढ़ जाता है. आमतौर पर गर्मी में फ्रिज का रखा ठंडा पानी पीते हैं जो गले को नुकसान पहुंचाता है. ठंडा पानी पीने से गले की कोशिकाओं का तापमान अचानक गिर जाता है, जिससे गले की ग्रंथियों मे सूजन आ जाती है और गला बैठ जाता है. कहा जाता है कि यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल, आयरन की कमी दूर करने और अन्य चीजों में फायदेमंद होते हैं।

लोगों के बीच बने आकर्षण का केंद्र

शहर में इन आकर्षक घड़ों को काफी पसंद किया जा रहा है, वहीं इनकी खरीदारी में भी काफी बढ़त हो रही है।इन घड़ों को तालाब की कच्ची मिट्टी से इनका निर्माण मिट्टी को अच्छा पकाने और रोंदने के पश्चात किया जाता है। इन मटकों के ऊपर आकर्षक चित्रकारी भी की गई है, जो ट्राइबल आर्ट का एक अच्छा नमूना है। इन मटकों में, घड़े, नांद, छोटी मटकी और अन्य प्रकार के पॉट शामिल है। वहीं इन घड़ों में नल भी लगाकर दिए जा रहे हैं।