ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस ने की हैप्पीनेस और वेलबीइंग पाठ्यक्रम की शुरुआत

Shivani Rathore
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आज ग्वालियर में शिक्षकों के लिए एक विशेष हैप्पीनेस पाठ्यक्रम कार्यशाला का आयोजन हुआ जिसमें बचपन और वयस्कता के दौरान भावनात्मक, सामाजिक और शारीरिक वेलबीइंग को जीवन में उतारने के महत्वपूर्ण कदमों पर प्रकाश डाला गया। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस इंडिया (OUP) द्वारा अपनेकंटेंटपार्टनररंगीतके साथ मिलकर शिक्षकों के लिए आयोजित इस कार्यशाला का उद्देश्य समग्र विकास और अच्छे मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना था ताकि कक्षा के अंदर और बाहर छात्रों के जीवन को बेहतर बनाया जा सके।

इस कार्यशाला कासञ्चालनरंगीत के सीईओ और सह-संस्थापक सिमरन मुलचंदानी और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस इंडिया के क्षेत्रीय बिक्री निदेशक अमित कुमार मरवाहाद्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस कार्यशाला में लगभग 80सेअधिकशिक्षकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।

ऑक्सफोर्डद्वारा एक अध्ययन (इम्पैक्ट स्टडी) में पाया गया है कि स्कूलों में वेलनेस पाठ्यक्रम को शामिल करने से छात्रों की सहभागिता बढ़ती है और वे अधिक सफलता का अनुभव करते हैं, जिससे स्कूलों में ड्रॉपआउट दर कम होती है और छात्रों के आत्म-प्रभावशीलता और आत्म-सम्मान स्तर बढ़ते हैं।यह अहसास कि शिक्षकों का मानसिक और शारीरिक कल्याण भीएक बुनियादी पहलू है, शैक्षिक परिदृश्य में व्याप्त हो गया है|

अमित कुमार मारवाहा ने मीडिया से बातचीत में बताया, “ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस शैक्षणिक दृष्टिकोण और उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक उत्पाद प्रदान करके स्कूलों के लिए एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में कार्य करता है। आज की दुनिया में, जहां बच्चों को विभिन्न तकनीकी, भावनात्मक और सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, हमारा अनूठा हैप्पीनेस पाठ्यक्रम शिक्षकों को युवा शिक्षार्थियों को खुद को, दूसरों को और अपने परिवेश को सहानुभूति और संतुलन के साथ समझने में मदद करता है। हमारी कार्यशाला ने इस दृष्टिकोण को बढ़ाने के लिए आवश्यक कौशल और अंतर्दृष्टि प्रदान की।“

ग्वालियर में मीडिया से बात करते हुए, सिमरन मुलचंदानी ने कहा, “यह पाठ्यक्रम छात्रों की वेलनेस को बढ़ावा देने वाले क्षमताओं के विकास पर केंद्रित है जैसे फिटनेस, अच्छा स्वास्थ्य, मनो-सामाजिक वेलबीइंग और सुदृढ़ नैतिक आधार, विशेष रूप से पोस्ट-कोविड अवधि में। वेलनेस चैप्टरों में रंगीत का स्वामित्व वाला सोशल इमोशनल और इकोलॉजिकल नॉलेज (SEEK)© पाठ्यक्रम शामिल है। SEEK™ सक्रिय खेल-आधारित शिक्षण विधियों का उपयोग कर बच्चों को खुद से जोड़ने के आलावा, अपने समाजों से और हमारे इकोलॉजिकल सिस्टम से जुड़ने में मदद करता है जो उनमें विभिन्न कौशल, वेलबीइंग, एजेंसी और वैश्विक स्थिरता की समझ को विकसित करते हैं ।”

‘माय हैप्पीनेस एंड मी’पाठ्यक्रम के बारे में
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस इंडिया ने रंगीत के साथ मिलकर ‘माय हैप्पीनेस एंड मी’ शीर्षक से वेलबीइंग पाठ्यक्रम विकसित किया है, जो कक्षा 1-8 में स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए आठ गतिविधि कार्यपुस्तिकाओं की श्रृंखला है। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को उनके मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक वेलबीइंग को शामिल करने में सहायता करना है। यह पाठ्यक्रम छात्रों को अच्छे आदतों को आत्मसात करने, अच्छे और बुरे भावनाओं को पहचानने और उनसे निपटने में उनकी सहायता करता है| यह सतत विकास लक्ष्यों Sustainable Development Goals 3.0 (अच्छा स्वास्थ्य और वेलबीइंग) के अनुरूप है।

आज की कार्यशाला में, शिक्षकों को खेल-आधारित तरीकों का उपयोग करके बच्चों को जटिल भावनाओं को प्रक्रिया में लाने और कम्यूनिकेट करने में उनकी मदद करने के बारे में बताया गया। प्रत्येक पुस्तक में पांच व्यापक थीम हैं: मेरा मन, मेरा शरीर, मेरे संबंध, मेरी दुनिया औरहमारी सुंदर प्रकृति है। इनमें से प्रत्येक थीम छात्र को गुस्से का प्रबंधन, चिंताओं का सामना करना और अच्छे और बुरे स्पर्श को पहचानना जैसी भावनाओं की एक श्रृंखला के माध्यम से मार्गदर्शन करती है। यह शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला शिक्षकों को बच्चों के विचारों और भावनाओं को समझने में उनकी सहायता करेगी, जिससे वे बड़े होने पर पूर्णत: व्यक्ति बन सकें।

कक्षा में वेलनेस पाठ्यक्रम क्यों आवश्यक है?
बचपन में मेन्टल वेलबीइंग (खुशी और कल्याण) प्राप्त करना महत्वपूर्ण विकासात्मक और भावनात्मक मील के पत्थरों को प्राप्त करना, स्वस्थ सामाजिक कौशल में महारत हासिल करना और चुनौतियों को प्रभावी तरीके से सामना करना शामिल है। कोविड के उपरांत, वयस्क और बच्चे उच्च स्तर के तनावों और चिंताओं से ग्रसित हो रहे हैं। इसलिए, छात्रों को भावनाओं के बेहतर नेविगेशन के लिए एक उपकरण की आवश्यकता है और उन्हें बचपन से ही सिखाना चाहिए कि मन एक शक्तिशाली अंग है।

इसलिए, सफलता प्राप्त करने के लिए, मन को स्वस्थ भोजन, अच्छे विचारों, भावनात्मक संबंधों और जागरूक गतिविधियों के माध्यम से पोषित करना आवश्यक है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस सक्रिय शिक्षण विधियों का उपयोग करके छात्रों को उन मुद्दों को हल करने में मदद करता है जिनका वे कक्षा के अंदर और बाहर सामना कर सकते हैं।