कभी टीम को बनाया था चैंपियन, बनाए थे सर्वाधिक रन, अब IPL 2025 में नहीं नजर आएगा ये दिग्गज खिलाड़ी

srashti
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इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 का मेगा ऑक्शन कई खिलाड़ियों के लिए एक अहम मोड़ साबित हुआ है। कुछ खिलाड़ियों को बड़ी रकम मिली और वे नई टीमों का हिस्सा बने, तो वहीं कुछ ऐसे भी खिलाड़ी रहे जिन्हें कोई खरीदार नहीं मिला। इनमें से एक बड़ा नाम है ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज डेविड वॉर्नर का, जिनकी गैरमौजूदगी ने क्रिकेट जगत को चौंका दिया है।

डेविड वॉर्नर का IPL 2025 से बाहर होना

David Warner
David Warner


ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के दिग्गज डेविड वॉर्नर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, लेकिन लीग क्रिकेट में उनका योगदान अभी भी जारी है। हालांकि, IPL 2025 के लिए उन्होंने ऑक्शन में अपना नाम दर्ज कराया था, लेकिन उन्हें किसी टीम ने नहीं खरीदा। यह वॉर्नर जैसे दिग्गज के लिए एक बड़ा झटका था, क्योंकि उनकी बल्लेबाजी का रिकॉर्ड आईपीएल में बहुत ही शानदार रहा है।

कैसा रहा हैं डेविड वॉर्नर का IPL रिकॉर्ड

डेविड वॉर्नर आईपीएल के सबसे सफल और अनुभवी बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। उनका आईपीएल करियर काफी शानदार रहा है, जिसमें उन्होंने कई यादगार पारी खेली और अपनी टीमों को कई मैचों में जीत दिलाई। 2009 से लेकर 2024 तक, वॉर्नर आईपीएल के विभिन्न सीज़नों का हिस्सा रहे हैं।

वॉर्नर ने दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) दोनों टीमों के लिए खेला। जहां वे 2009 से 2013 और 2022 से 2024 तक दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा रहे, वहीं 2014 से 2021 तक वे SRH के कप्तान रहे और उन्होंने 2016 में अपनी कप्तानी में टीम को आईपीएल का खिताब भी दिलाया। डेविड वॉर्नर ने 184 मैचों में 4 शतक और 62 अर्धशतक बनाते हुए कुल 6565 रन बनाए हैं। इसके साथ ही वे आईपीएल इतिहास के चौथे सबसे सफल बल्लेबाज रहे हैं। उनकी बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने की क्षमता और आक्रामक खेल ने उन्हें आईपीएल का एक महत्वपूर्ण चेहरा बना दिया।

क्यों नहीं खरीदी गई वॉर्नर को?

आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में डेविड वॉर्नर को खरीदने के लिए किसी टीम ने बोली नहीं लगाई, इसका कारण कई हो सकते हैं। वॉर्नर की उम्र (38 साल) और उनकी फिटनेस एक चिंता का विषय हो सकती है, क्योंकि आईपीएल जैसे तेज़-तर्रार टूर्नामेंट में युवा और फिट खिलाड़ियों की अधिक मांग होती है। हालांकि, वॉर्नर का अनुभव और उनके खेल की गुणवत्ता आज भी उच्च स्तर पर है, लेकिन शायद उनकी उम्र और आगामी सीज़न के लिए टीमों की दीर्घकालिक योजनाओं ने उनके लिए बोली लगाने वाले टीमों की संख्या को सीमित किया।