आधुनिक युग में मोटापा एक वैश्विक समस्या बनती जा रही है. किसी भी उम्र का व्यक्ति हो लेकिन आज अधिंकाश लोग मोटापे से परेशान है। बेशक यह कोई रोग नहीं हैं लेकिन आज के दौर में यह एक साथ कई बीमारियों के होने की वजह बन जाता है। मोटापा लाइफस्टाइल की कई खामियों के होने का संकेतक भर है, जो कि अस्वस्थ खुराक, कसरत की कमी, अनुवांशिकी या फिर इन सभी समस्याओं का होना बताता है।
शोधकर्ताओं को एक नए अध्ययन से पता चला है कि वायु प्रदूषण के कारण मध्यम आयु वर्ग की महिलाओं के वजन बढ़ रहे है। इसके साथ ही उनके बॉडी मास इंडेक्स और और शरीर में वसा की मात्रा पहले के मुकाबले बढ़ोतरी देखी गई है। इस शोध को अमेरिका में मिशिगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने किया है। इस शोध में उन्होंने बताया वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से महिलाओं में वसा में बढ़ोतरी हुई है।
अगर नए अध्ययन की माने तो वायु प्रदूषणऔर महिलाओं में अधिक वजन के बीच में एक संबंध है। जो कि साधारण लोगों के लिए ही नहीं बल्कि वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए भी एक चौंकाने वाला नतीजा है। जो महिलाएं वायुप्रदूषण का लंबे समय से सामना कर रही हैं, जिससे उनका शरीरिक भार अनुपात, कमर का आकार और शरीर का फैट बढ़ने लगता है। जिस वजह से उन्हें सेहत संबंधी अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने प्रतिभागियों के रिहायशी पतों के आधार पर उनके इलाकों के वायु प्रदूषण की मात्रा से जोड़ा। प्रतिभागियों के आकार का मापन और शरीर संरचना का मापन करीब साल में एक बार की मुलाकातों में डीएक्सए का उपयोग किया गया। इससे पता चल सका है कि मोटापे को वास्तव मे वायुप्रदूषण के कौन से कारक प्रभावित करते हैं।
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वायु प्रदुषण से बढ़ता है इतना वजन
अध्ययन के अनुसार एयर पॉल्यूशन के चलते शरीर की चर्बी में 4.5% या लगभग 2.6 पाउंड की बढ़ोतरी हुई है. इस शोध को लेकर विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ महामारी विज्ञान अनुसंधान अन्वेषक शिन वांग ने कहा कि 40 दशक के अंत और 50 दशक के शुरुआत में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और ओजोन के लिए लंबे समय तक वायु के लिए लंबे समय तक वायु प्रदूषण के संपर्क में रहने वाली महिलाओं ने अपने शरीर के आकार में बढ़ोतरी देखी है।