हर साल दिवाली के 1 दिन बाद भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। इस बार भाई बहिन का इस त्योहार 16 नवंबर दिन सोमवार को मनाया जा रहा है। इस दिन सभी बहने अपने भाइयों के लिए लम्बी आयु के लिए दुआ करती हैं। इस त्यौहार लेकिन ज्योतिषविदों के अनुसार हर कार्य को सही मुहूर्त में करने से लाभ होता है और कोई भी शुभ काम राहुकाल के दौरान नहीं करना चाहिए।
पंडितो के अनुसार, इस साल भाई दूज का तिलक करने से सबसे शुभ मुहूर्त को 12 बजकर 56 मिनट से 03 बजकर 06 मिनट तक रहेगा यानी भाई दूज का त्योहार मनाने के लिए 2 घंटे 9 मिनट का शुभ मुहूर्त है। अगर आप किसी मज़बूरी के चलते इस मुहूर्त में टिका नहीं लगा पा रहे हो तो फिर आप अभिजीत मुहूर्त में त्योहार मना सकती हो। इस अभिजीत मुहूर्त का समय 11 बजकर 44 मिनट से 12 बजकर 27 मिनट तक होगा और फिर 29 मिनिट बाद बेहद शुभ मुहूर्त शुरू होगा।
ज्योतिचार्य के मुताबिक इस साल भाई दूज पर राहुकाल सुबह 7:30 बजे से राहु काल लग रहा है जो सुबह 9:00 बजे तक होगा इस दौरान भाई की तिलक ना करे और त्यौहार ना ही मनाये। इस पर्व पर बहनें अपने भाइयों के हाथ पर कलावा बांधकर जल डालते हुए भाई की दीर्घायु के लिए मंत्र पढ़ती हैं।