किसी जमाने में पिछड़ेपन की पहचाने बन चुके मवेशी पालन के व्यवसाय में भी अब बड़े परिवर्तन बीते कुछ सालों में देखने को मिल रहे हैं। जहां अब मवेशी पालन और उनसे मिले दूध का व्यवसाय अब एक प्रतिष्ठित व्यवसाय बन चुका है और साथ ही मोटी आमदनी का साधन भी बना हुआ है, वहीं अब इन मवेशियों की कीमत भी आसमान छूने लगी है। कृषि मेले में ऐसा ही एक अनोखा मामला देखने को मिला जिसमें एक भैंसे की कीमत जानकार मेले में आए लोगों ने दांतो तले उँगलियाँ दबा ली। जानकारी के अनुसार यह भैंसा मुर्रा प्रजाति की शुध्द नस्ल का भैंसा है। आइए जानते हैं क्यों इतना कीमती है यह अनोखा भैंसा और क्या है इसका नाम।
ये है इस अनोखे भेंसे का नाम
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कृषि मेले में आकर्षण का केंद्र बने इस अनोखे भैंसे का नाम है ‘गोलू’ . जानकारी के अनुसार यह अनोखा भैंसा हरियाणा के पानीपत जिले के डिडवाडी गांव के पशुपालक नरेंद्र पुनिया का है। भैंसे के मालिक के अनुसार चित्रकूट के एक कृषि मेले में इस अनोखे भैंसे ‘गोलू’ को खरीदने के लिए 10 करोड़ रुपए की पेशकश एक पशुपालक व्यापारी के द्वारा दी गई थी, परन्तु भैंसे ‘गोलू’ के मालिक नरेंद्र पुनिया ने अपने इस भैंसे को बेचने से इंकार कर दिया।
साल में कमाता है इतने लाख
भैंसे ‘गोलू’ के मालिक नरेंद्र पुनिया ने बताया कि उनके इस विशिष्ट भैंसे गोलू के आहार में कई लीटर दूध, आधा किलो घी, कई प्रकार के अनाज और साथ ही सिमित मात्रा में हराचारा भी शामिल है। नरेंद्र पुनिया ने बताया कि वे अपने इस भैंसे ‘गोलू’ के माध्यम से करीब 25 से 30 लाख रुपए साल की आमदनी करते हैं। दरअसल इस भैंसे के सीमन अर्थात वीर्य को बेचकर यह कमाई की जाती है, क्योंकि अच्छी क्वालिटी के भैंसो के सीमन का उपयोग भैंसों के कृतिम गर्भाधान के लिए विशेष उपयोगी होता है। भैंसे ‘गोलू’ के मालिक नरेंद्र पुनिया ने बताया कि इसके सीमन के एक डोज को हमारे द्वारा 100 से लेकर 300 रुपए तक बेचा जाता है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा डेली 100-150 डोज भैंसे ‘गोलू’ के सीमन के बेचे जाते हैं।