2023-24 के रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले मे घरेलू दिग्गज मुंबई ने गुरुवार को 42वां खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है। बता दे इससे पहले मुंबई की टीम ने अपने आठ साल पहलें 2016 में जीता था। मुबंई ने विदर्भ के साथ खेलते हुए मुकाबले में पांचवें और अंतिम दिन 169 रनों से हरा दिया है। अजिंक्य रहाणे की अगुवाई वाली मुंबई के लिए यह जीत और भी मधुर थी क्योंकि उन्होंने अपने घरेलू मैदान, प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम में परचम लहराया ।
मेजबान टीम द्वारा रखे गए 538 रनों के कठिन लक्ष्य का सामना करते हुए, विदर्भ के संकल्प की परीक्षा हुई क्योंकि उन्होंने पांचवें दिन अपनी पारी पांच विकेट पर 248 रन से आगे बढ़ाई। चुनौती के बावजूद, विदर्भ के कप्तान अक्षय वाडकर ने दृढ़ शतक के साथ आगे बढ़कर नेतृत्व किया, जबकि हर्ष दुबे ने 65 रनों का योगदान दिया।
उनके लचीलेपन ने पहले सत्र के दौरान मुंबई के गेंदबाजों को रोके रखा, जिससे एक असंभव जीत की उम्मीद जगी। हालाँकि, मुंबई के गेंदबाजों की अथक आक्रामकता का फल मिला और उन्होंने विदर्भ को 368 रनों पर आउट कर अपना प्रतिष्ठित रणजी ट्रॉफी खिताब हासिल कर लिया।
बता दें मुंबई ने अपना पहला कप 1934-1935 में बॉम्बे ने मुंबई में उत्तरी भारत के खिलाफ 208 रनों से जीत हासिल की। उसके बाद 1935-1936 दिल्ली में बॉम्बे ने मद्रास के खिलाफ 190 रन से जीत दर्ज की। वही पिछले मैच की बात करें तो 2015-2016 पुणे में मुंबई ने सौराष्ट्र के खिलाफ पारी और 21 रन से जीत दर्ज की।