MP Weather : मध्य प्रदेश में इस साल की सर्दी जनवरी के सामान्य तापमान से भी अधिक ठंडी पड़ रही है। पिछले आठ दिनों से राज्य के कई हिस्सों में शीतलहर चल रही है, जिसने अब तक कई रिकॉर्ड तोड़े हैं। विशेष रूप से राजधानी भोपाल और जबलपुर जैसे प्रमुख शहरों में तापमान में भारी गिरावट आई है। शीतलहर के कारण प्रदेश के 20 जिलों में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। कड़ाके की ठंड के चलते कई जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है और वन्य जीवों के संरक्षण के लिए विशेष उपायों को लागू किया गया है। मौसम विभाग ने इन जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है, और कहा है कि आने वाले एक-दो दिनों तक ठंड का यह दौर जारी रह सकता है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
राज्य के कई हिस्सों में शीतलहर के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। भोपाल, जबलपुर, राजगढ़, पचमढ़ी, खजुराहो, मंडला, उमरिया जैसे इलाकों में रात का तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से भी कम दर्ज किया गया है। इन क्षेत्रों में शीतलहर के प्रभाव से लोग ठंड से बचने के उपाय कर रहे हैं। कई जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है ताकि बच्चे सुबह की कड़ाके की ठंड में स्कूल न जाएं। इसके अलावा वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए भी विशेष कदम उठाए गए हैं, जैसे जंगलों में शीतलहर के प्रभाव से बचाव के लिए निगरानी बढ़ाना और जानवरों के लिए आश्रय स्थानों की व्यवस्था करना।
भोपाल में 58 साल का रिकॉर्ड टूटा
राजधानी भोपाल में इस बार की ठंड ने 58 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। यहां का न्यूनतम तापमान इस साल 3.3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो 1966 के बाद का सबसे कम तापमान है। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर का असर देखा जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, शीतलहर का प्रभाव आने वाले कुछ दिनों तक बना रह सकता है, लेकिन उसके बाद ठंड में थोड़ी राहत मिलने का अनुमान है।
अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि
हालांकि, न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिली है, लेकिन अधिकतम तापमान में थोड़ी वृद्धि हुई है। भोपाल में दिन के समय तापमान 27 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे थोड़ी राहत मिली। हालांकि, रात में ठंड का प्रभाव लगातार बना हुआ है। अन्य जिलों में भी अधिकतम तापमान में वृद्धि देखी गई, लेकिन शीतलहर का असर रात के समय बना हुआ है।
इन जिलों में शीतलहर का अलर्ट
मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में इन दिनों शीतलहर का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। पचमढ़ी, भोपाल, राजगढ़, खजुराहो, मंडला और उमरिया जैसे प्रमुख जिलों में रात का तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से भी कम रिकॉर्ड किया गया। यहां कड़ाके की ठंड ने लोगों को काफी परेशान किया है।
राजगढ़, खंडवा, बड़वानी, पचमढ़ी, शाजापुर, उमरिया, शहडोल, जबलपुर, मंडला और सिवनी जैसे जिलों में भी शीतलहर ने कहर बरपाया। इन क्षेत्रों में तापमान में गिरावट आई और ठंड का प्रभाव बढ़ गया। कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से भी नीचे चला गया, जिससे लोगों को दिन-रात ठंड का सामना करना पड़ रहा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में शीतलहर का असर कई दिनों से देखने को मिल रहा है। तापमान में गिरावट और तेज ठंडी हवाओं के कारण आम जीवन प्रभावित हो रहा है। इस शीतलहर से लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है और स्कूलों के समय में भी बदलाव किया गया है ताकि बच्चों को ठंड से बचाया जा सके।