मध्य प्रदेश (MP) के अशोकनगर (Ashoknagar) जिले को हमेशा से ही एक शांतिप्रिय और विवादमुक्त जिला माना जाता रहा है। कभी किसी आपराधिक गतिविधि में मध्य प्रदेश के इस कम प्रसिद्ध शहर में सुनाई नहीं पड़ी। इस सकारात्मक छवि के बावजूद अभी बीते कुछ महीनों से अशोक नगर जिले में कई इलाकों में जुएं और सट्टे के ,मामलों की शिकायतों में काफी इजाफा देखा गया है।
Also Read-Share Market update : धीमी पड़ी टीवीएस मोटर्स की गाड़ी, शेयरों में दिख रहे हैं मंदी के संकेत
जिला पंचायत अध्यक्ष जगन्नाथ सिंह रघुवंशी के द्वारा लिखित में शिकायत
पुलिस विभाग को इस मामले में अशोक नगर जिला पंचायत अध्यक्ष जगन्नाथ सिंह रघुवंशी के द्वारा लिखित में शिकायत भी की गई थी। इस शिकायत में कहा गया है कि अशोकनगर में बड़े पैमाने पर जुएं और सट्टे का संचालन किया जा रहा है, जिसमें जिले के कई युवा इसके शिकंजे में जकड़कर अपना जीवन बर्बाद कर चुके हैं। इसके साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष ने लिखा है कि जिलें में यह जुए और सट्टे का संचालन पुलिस और राजनेताओं की मिलीभगत से चल रहा है।
एसपी ने दिया कार्यवाही के आंकड़ों के साथ जवाब
अशोक नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जारी जवाबी पत्र में एसपी अशोक नगर ने स्पष्ट किया है कि बाढ़ ड्यूटी, त्यौहार ड्यूटी और कानून व्यवस्था ड्यूटी के बावजूद शहर में जुए और सट्टे की शिकायतें मिलने के बाद भी अशोकनगर पुलिस के द्वारा त्वरित कार्यवाही इन मामलों में की गई है। पत्र में लिखा है कि वर्ष 2022 में जुआ एक्ट के अंतर्गत की गई कार्यवाही में अबतक अशोकनगर पुलिस ने कुल 126 प्रकरणों में 556 जुआरियों पर कार्यवाही की और 706183 रुपए की जब्ती की गई है, जिनमें दस जुआरियों पर जिलाबदर की कार्यवाही भी की गई है। इसके साथ ही सट्टा एक्ट में 256 प्रकरणों में 266 सटोरियों पर कार्यवाही करते हुए उनसे 141590 रुपए जब्त किए गए हैं। कुछ मामलों में आपसी मनमुटाव के तहत झूठी शिकायत भी दर्ज कराने के संकेत मिले हैं। इसके साथ ही पत्र में अशोक नगर जिले में लगातार बड़े पैमाने पर जुए और सट्टे के विरुद्ध प्रतिबन्धात्मक कार्यवाही की जा रही है।