मंडी में डिमांड बढ़ने से मक्के के भाव में तेजी का दौर जारी, यहाँ जानें 18 मई 2025 के ताजा मंडी रेट

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By Sudhanshu TiwariPublished On: May 18, 2025
Makka Mandi Bhav

Makka Mandi Bhav: मक्के की कीमतों ने मंडियों में तहलका मचा रखा है। आपको बता दें कि मक्के के भाव में ₹50-100/क्विंटल की शानदार तेजी देखी गई, जिसने किसानों के चेहरों पर खुशी ला दी। बढ़ती मांग, कम आपूर्ति, और औद्योगिक उपयोग ने मक्के को बाजार का सितारा बना दिया। आइए, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, और पंजाब के 30 शहरों के मंडी भाव और इस तेजी की कहानी जानें।

उत्तर प्रदेश: मक्के के रेट में चमक जारी

उत्तर प्रदेश में औसत कीमत ₹2125/क्विंटल रही। लखनऊ में ₹2150, कानपुर में ₹2100, वाराणसी में ₹2200, आगरा में ₹2080, मेरठ में ₹2120, गोरखपुर में ₹2170, आजमगढ़ में ₹2050, अलीगढ़ में ₹2090, प्रयागराज में ₹2130, और बरेली में ₹2110 प्रति क्विंटल का भाव रहा। वाराणसी में मांग ने मक्के को नई ऊंचाई दी।

मध्य प्रदेश: मक्का मंडी में हलचल जारी

मध्य प्रदेश में औसत कीमत ₹2175/क्विंटल रही। इंदौर में ₹2200, भोपाल में ₹2150, ग्वालियर में ₹2180, जबलपुर में ₹2160, रीवा में ₹2100, सागर में ₹2190, रतलाम में ₹2130, नीमच में ₹2220, मंदसौर में ₹2110, और देवास में ₹2140 प्रति क्विंटल दर्ज हुआ। नीमच में तेजी ने सबको चौंकाया।

राजस्थान: मक्के के भाव में तेजी जारी

राजस्थान में औसत कीमत ₹2150/क्विंटल रही। जयपुर में ₹2180, जोधपुर में ₹2120, उदयपुर में ₹2160, बीकानेर में ₹2140, कोटा में ₹2170, और अलवर में ₹2190 प्रति क्विंटल का भाव रहा। अलवर में बढ़ी मांग ने मक्के को चमकाया।

बिहार: कीमतों में तेजी जारी

बिहार में औसत कीमत ₹2100/क्विंटल रही। पटना में ₹2130, गया में ₹2050, भागलपुर में ₹2100, मुजफ्फरपुर में ₹2120, दरभंगा में ₹2080, और पूर्णिया में ₹2110 प्रति क्विंटल का भाव रहा।

पंजाब: मक्के ने पकड़ी रफ्तार

पंजाब में औसत कीमत ₹2130/क्विंटल रही। अमृतसर में ₹2160, लुधियाना में ₹2100, जालंधर में ₹2140, पटियाला में ₹2120, और बठिंडा में ₹2150 प्रति क्विंटल दर्ज हुआ। अमृतसर में मक्के ने ऊंचा रेट हासिल किया।

तेजी का राज क्या?

मक्के की यह तेजी पशु चारा और इथेनॉल उद्योग की बढ़ती मांग से आई है। इसके अलावा, बारिश से फसल को नुकसान और मंडियों में कम आवक ने भाव को ₹2050-₹2220/क्विंटल तक पहुंचाया। यह किसानों के लिए फायदे का सौदा है, लेकिन उपभोक्ताओं पर असर पड़ रहा है।

आगे की तस्वीर

विशेषज्ञों का कहना है कि मक्के की मांग अगले कुछ हफ्तों तक बनी रह सकती है। अगर आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ, तो दाम और चढ़ सकते हैं। सरकार स्टॉक प्रबंधन पर ध्यान दे रही है, लेकिन अभी मक्का मंडियों का हीरो बना रहेगा।