मुंबई : आख़िरकार लंबे इंतज़ार के बाद महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने प्रदेश में धर्मस्थल खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है. सरकार के आदेश के बाद अब सोमवार से प्रदेश में सभी धर्म स्थल खुलने जा रहे हैं. हालांकि इस दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी. आदेश में स्पष्ट किया गया है कि श्रद्धालुओं को बिना मास्क के प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने धार्मिक स्थलों को खोलने के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों में कहा है कि कोरोना संबंधित नियमों का ध्यान रखना होगा और धार्मिक स्थल में मास्क के साथ ही प्रवेश दिया जाएगा. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखना होगा. धार्मिक स्थलों में अधिक भीड़ न हो इसे लेकर भी विवसीहा बनाए जाने की बात कही गई है.
राज्यपाल ने लिखा था सीएम को पत्र…
देश के लगभग हर राज्य में केंद्र सरकार के आदेश के बाद बीते दिनों ही धर्म स्थल खोल दिए गए थे. हालांकि महाराष्ट्र सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं बढ़ाए थे. इसे लेकर उद्धव सरकार का विरोध भी हुआ था. वहीं महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी इस संबंध में सीएम उद्धव ठाकरे को एक पत्रा लिखा था. भगत सिंह कोश्यारी ने अपने पत्र में शिवसेना पर हिंदुत्व के माध्यम से तंज कसा था.
महाराष्ट्र में राज्यपाल के पत्र के बाद सियासी हड़कंप भी मच गया था और महाराष्ट्र की सरकार हिंदुत्व पर घिरती हुई नज़र आई थी. हालांकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार उद्धव ठाकरे के बचाव में उतर आए थे और उन्होंने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा था. जहां पवार ने राज्यपाल कोश्यारी के पत्र की भाषा पर नाराज़गी व्यक्त की थी.
महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति…
महाराष्ट्र में ताज़ा आंकड़ें के मुताबिक़, कोरोना के कुल 17 लाख 40 हजार से अधिक केस हो चुके हैं. वहीं इनमें से 16 लाख से अधिक लोगों ने अब तक कोरोना से जंग जीत ली है, जबकि 45,682 लोगों को इस वैश्विक महामारी के चलते जान भी गंवानी पड़ी है.