उज्जैन : स्मार्ट सिटी द्वारा महाकाल मन्दिर क्षेत्र के विकास कार्यों को तेज गति से पूरा किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी के कई कार्य, जिनमें बड़े रूद्र सागर में मीडवे झोन, महाकाल थीम पार्क एवं सौंदर्यीकरण के कार्य अब दिखाई पड़ने लगे हैं। रूद्र सागर के विशाल क्षेत्र में लगाने के लिये मूर्तियां भी तैयार की जा रही हैं। इनमें से काफी कुछ बन गई हैं। हरिफाटक ब्रिज के पास से लेकर भारत माता मन्दिर को जोड़ने वाले चौराहे तक म्यूरल वाल का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। इस वाल पर आकर्षक शिल्पकला के नमूने तैयार किये जा रहे हैं एवं धार्मिक एवं पौराणिक देवी-देवताओं के चित्र उकेरे जा रहे हैं।
कलेक्टर श्री आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने आज स्मार्ट सिटी के मृदा फेज-1 के कार्यों का निरीक्षण किया एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। कलेक्टर ने रूद्र सागर में किये जा रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया तथा निर्देश दिये कि रूद्र सागर की झील में स्वच्छ जल भरने के लिये किये जा रहे कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण किया जाये। साथ ही उन्होंने निर्देशित किया कि किसी भी स्थिति में सीवरेज का पानी काम पूरा होने के बाद रूद्र सागर में न मिले, यह सुनिश्चित किया जाये।
कलेक्टर ने इसके बाद उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा महाकालेश्वर मन्दिर परिसर में विजिटर्स फेसेलिटी सेन्टर-1 एवं 2 के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया एवं अधिकारियों से उनकी कार्य योजना के बारे में चर्चा की। कलेक्टर ने सभी कामों की गति बढ़ाकर समय-सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं। भ्रमण के दौरान नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल ने बताया कि रूद्र सागर में मिलने वाले नालों को बाहर-बाहर सीवर लाइन डलवाकर निकाला जायेगा।
उल्लेखनीय है कि स्मार्ट सिटी द्वारा मृदा प्रोजेक्ट के फेज-1 में 154 करोड़ की लागत से सरफेस पार्किंग, मीडवे झोन, महाकाल थीम पार्क, रूद्र सागर का सौंदर्यीकरण का कार्य जारी है। निरीक्षण के दौरान नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल, स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री जितेन्द्रसिंह चौहान, अधीक्षण यंत्री श्री धर्मेन्द्र वर्मा, यूडीए ईई श्री केसी पाटीदार एवं स्मार्ट सिटी के अन्य अधिकारी मौजूद थे।