बिहार विधानसभा के चुनाव के पहले नितीश कुमार से अलग हुए चिराग पासवान ने बिहार की राजनीति को एक नया सियासी रंग दे दिया है। वो लगातार अपने पुराने साथी को घेरे में ले रहे है। चिराग उन पर भ्रष्टाचारी के आरोप लगा कर उनकी जेल भेजने की बात भी कर रहे है। एक बार फिर चिराग ने मंगलवार को प्रेस वार्ता कर के नीतेश पर निशाना साधा।
चिराग ने अपने ऊपर हो रही व्यक्तिगत टिप्पणियों से लेकर नीतीश सरकार का भ्रष्टाचार का मुद्दा भी उठाया और नीतीश कुमार और जेडीयू को करारा जवाब दिया। चिराग ने जारी प्रेस वार्ता में कहा कि मुझे जमूरा कहा जा रहा है। अगर में अगर मैं जमूरा हूं तो मदारी कौन है? मुझे ये कहा जा रहा है कि मैं प्रधानमंत्री के इशारे पर काम कर रहा हूं. यानी अगर आप मुझे जमूरा कह रहे हैं तो आप किसका अपमान कर रहे हैं. आप मुझे जमूरा कहकर प्रधानमंत्री का अपमान कर रहे हैं।
सीतामढ़ी में बनेगा भव्य मंदिर
चिराग परसवान के ने प्रेस कॉन्फ्रेंस सीता मंदिर का मुद्दा भी उठाया। वो लगातार कहते जा रहे है कि मैं सीतामढ़ी मंदिर से मैं संकल्प लेकर आया हूं कि वहां सीता माता का भव्य मंदिर बनेगा। यह सिर्फ आस्था का केंद्र न होकर एक नारी स्वाभिमान का भी प्रतीक है। साथ ही अयोध्या से लेकर सीतामढ़ी तक एक सियाराम नाम से कॉरिडोर बनाया जाएगा। मंदिर बनने के बाद यहाँ पर्यटन भी बढ़ेगा और रोज़गार मिलेगा। बिहार चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा कि रोजगार और साथ ही चिराग ने कहा कि धार्मिक पर्यटन रोजगार देने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकता है।
क्यों न हो शराबबंदी की समीक्षा?
चिराग ने दावा किया रोज़गारी के अभाव में नए तस्कर बन रहे हैं। बिहार में शराब की होम डिलीवरी हो रही है तो क्यों ना शराबबंदी की समीक्षा की जाए। चिराग ने कहा कि पहले शराब बिक्री से राजस्व आता था मगर अब ब्लैक में बिक रही है तो ये पैसा किसके पास जा रहा है। चिराग ने कहा कि मैं शराबबंदी के समर्थन में हूं, लेकिन इसकी समीक्षा होनी चाहिए।