हिंदी पंचाग के अनुसार 25 जुलाई से सावन माह का प्रारंभ हो चुका है। इस सप्ताह में कई महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार आने वाले हैं। इस दौरान शुक्रवार को शीतला सप्तमी व्रत, शनिवार को कालाष्टमी व्रत है। आज हम आपको सावन के पहले सप्ताह में पड़ने वाले व्रत एवं त्योहार के बारे में बताएंगे। इससे आप समय से पहले अपने आसानी से पूजा की विधि विधान से तैयारी कर सकते हैं।
सावन माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को शीतला सप्तमी व्रत का पालन किया जाता है। शीतला सप्तमी व्रत से घर में सुख, शांति बनी रहती है साथ ही साथ रोगों से मुक्ति निजात मिलता है। स्कंद पुराण के अनुसार मां शीतला दुर्गा मां पार्वती का ही अवतार हैं। ये प्रकृति की उपचार शक्ति का प्रतीक हैं।
इस दिन भक्त अपने बच्चों के साथ मां की पूजा आराधना करते हैं जिसके फलस्वरूप परिवार प्राकृतिक आपदा तथा आकस्मिक विपत्तियों से सुरक्षित रहता है। आदिकाल से ही श्रावण कृष्ण सप्तमी को महाशक्ति के अनंतरूपों में से प्रमुख शीतला माता की पूजा-आराधना की जाती रही है।
शीतला सप्तमी की पूजा विधि
– सुबह स्नान करके शीतला मां की पूजा की जाती है।
– इस दिन घर में ताजा भोजन नहीं बनाया जाता है।
– शीतला सप्तमी के एक दिन पहले मीठा भात, पुए, पकौड़े, रबड़ी, बाजरे की रोटी और पूड़ी सब्जी आदि बनाए जाते हैं।
– रात को सारा भोजन बनाने के बाद रसोईघर की सफाई करके पूजा करें।