बिहार विधानसभा में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद लगातार कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में सवाल उठाये जा रहे है। बिहार विधान सभा चुनाव के बाद पार्टी में अध्यक्ष पद के लिए चुनावी घमासन अपने चरम पर पहुंच रहा है। पार्टी में बहुत लम्बे समय से आपसी मतभेद चल रहा है जिसका असर पार्टी के प्रदर्शन पर हो रहा है। कांगेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने से लेकर बयानबाज़ी होने तक में पार्टी के अंदर चल रही अनबन सामने आ रही है।
साल 2019 में लोकसभा चुनाव में हुई शर्मनाक हार के बाद राहुल गांधी ने अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था उसके बाद से ही कांग्रेस पार्टी को एक अच्छे नेतृत्व की दरकार थी। लेकिन फ़िलहाल चुनाव होने तक सोनिया गांधी की के हाथ में पार्टी की कमान सौंप दी गई। मिली हुई जानकारी के अनुसार कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए दिसंबर में चुनाव होने की सम्भावना है। जल्दी ही पार्टी कार्यसमिति की बैठक का आयोजन कर सकती है।
कौन हो सकते है उम्मीदवार
कांग्रेस पार्टी में 23 सदस्य होते है। इन 11 सदस्य में से कोई 1 निर्वाचित होते हैं। पार्टी अध्य्क्ष द्वारा 11 सदस्य मनोनीत किए जाते हैं।
इन कार्यसमिति सदस्यों में छह सदस्य सामान्य वर्ग से, चार महिलाएं सदस्य और दो सीटें SC/ST और OBC समुदाय के लिए आरक्षित होती है।
पार्टी के नियमों के अनुसार, किसी भी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए कम से कम AICC के 10 सदस्यों के प्रस्ताव की आवश्यकता होती है।