IPL 2025: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 में चैंपियन बनने वाली कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) अगले सीजन के लिए पूरी तरह तैयार है। टीम ने मेगा ऑक्शन में शानदार खिलाड़ियों को अपनी टीम में शामिल किया है, लेकिन इस बीच टीम के एक अनुभवी बल्लेबाज मनीष पांडे के लिए बुरी खबर सामने आई है। घरेलू क्रिकेट में उनका कर्नाटका टीम से बाहर होना उनके करियर के लिए एक बड़ा झटका है।
कर्नाटका टीम ने मनीष पांडे को किया बाहर
KKR ने मेगा ऑक्शन में मनीष पांडे को उनकी बेस प्राइस 75 लाख रुपये में खरीदा था। हालांकि, अब कर्नाटका की घरेलू टीम ने उन्हें विजय हजारे ट्रॉफी के लिए स्क्वॉड में जगह नहीं दी है। मनीष पिछले एक दशक से कर्नाटका टीम के अहम सदस्य रहे हैं और घरेलू क्रिकेट के बड़े चेहरे माने जाते हैं।
राज्य क्रिकेट बोर्ड के मुताबिक, टीम में युवाओं को मौका देने के लिए 35 वर्षीय मनीष को स्क्वॉड से बाहर किया गया है। यह फैसला उनके लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।
KKR को बनाया था चैंपियन
मनीष पांडे और KKR का रिश्ता बेहद खास रहा है। उन्होंने 2014 में गौतम गंभीर की कप्तानी में केकेआर को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। फाइनल मुकाबले में 200 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, मनीष ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 50 गेंदों में 94 रनों की शानदार पारी खेली थी। इस पारी में उन्होंने 6 छक्के और 7 चौके लगाए थे।
हालांकि, वे शतक से चूक गए थे, लेकिन उनकी पारी के दम पर KKR ने खिताब अपने नाम किया था।
IPL करियर में मनीष पांडे का प्रदर्शन
मनीष पांडे IPL का हिस्सा 2008 से हैं। उन्होंने मुंबई इंडियंस के साथ अपने IPL करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वे कई टीमों का हिस्सा रहे:
- 2009-2010: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
- 2011-2013: पुणे वॉरियर्स इंडिया
- 2014-2017: कोलकाता नाइट राइडर्स
- 2018-2021: सनराइजर्स हैदराबाद
- 2022: लखनऊ सुपरजायंट्स
- 2023: दिल्ली कैपिटल्स
- 2024: फिर से KKR
उन्होंने IPL में अब तक 171 मैच खेले हैं, जिनमें 1 शतक और 22 अर्धशतक की मदद से 3850 रन बनाए हैं। IPL में शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बनने का गौरव भी मनीष के नाम है।
KKR के लिए क्या भूमिका निभाएंगे मनीष?
हालांकि मनीष पांडे घरेलू क्रिकेट में कर्नाटका के लिए नहीं खेलेंगे, लेकिन वे KKR की टीम का हिस्सा बने रहेंगे। आगामी IPL सीजन में उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है, क्योंकि टीम उन्हें मीडिल ऑर्डर को मजबूत करने के लिए देख रही है।
मनीष के पास अनुभव और क्षमता है, और वे टीम के लिए एक बार फिर चैंपियन बनने में मददगार साबित हो सकते हैं।