हिन्दू धर्म में लक्ष्मी जी को वैभव और धन की देवी कहा जाता है। अगर किसी को धन का आभाव होता है तो वो सिर्फ सभी भगवानो में से केवल लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना करता है। लक्ष्मी जी की कृपा अगर एक बार किसी व्यक्ति पर हो जाए तो उसके सारे दुःख दर्द दूर हो जाते है। साथ ही लक्ष्मी जी की अर्चना पूजा से घर और व्यापार सभी में धन की कभी कमी नहीं आती है। अगर आप लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना करने के बावजूद धन की समस्या से जूझ रहे है तो ऐसा ही कई बार देवी लक्ष्मी की मूर्ति को लेकर होता है, इसके लिए आपको मां लक्ष्मी की मूर्ति यानि की प्रतिमा से जुडी इन ख़ास बातो का ध्यान रखना होगा, जिसके बाद आपकी पूजा भी सफल होगी और मां की कृपा भी बनी रहेगी।
कितनी बड़ी होनी चाहिए लक्ष्मी मां की प्रतिमा-
लक्ष्मी जी मूर्ति की पूजा को लेकर यह मान्यता है कि यदि आप घर में लक्ष्मी जी की प्रतिमा रखते है तो उसकी ऊचाई केवल अंगूठे के जितनी होनी चाहिए और इससे बड़ी मूर्ति होती है तो इसके नियम पुरे करने में काफी कठनाई होती है जिससे बाद में मूर्ति दोष लगता है।
किस तरह की होनी चाहिए प्रतिमा-
लक्ष्मी प्रतिमा को लेकर एक ओर बात का ध्यान होना चाहिए की यदि आप पूजा किसी प्रतिमा या तस्वीर की करते है तो वह मूर्ति या तस्वीर में मां लक्ष्मी की खड़ी हुई नहीं बल्कि बैठी हुई मुद्रा में होनी चाहिए।
गणेश जी के किस ओर विराजमान होनी चाहिए मां लक्ष्मी-
रिद्धि-सिद्धी के दाता भगवान गणेश जी सदैव लक्ष्मी जी की प्रतिमा या तस्वीर में होते है, ऐसे में आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि मां लक्ष्मी गणेश जी के किस ओर विराजमान है, मान्यता के अनुसार मां लक्ष्मी की प्रतिमा को घर में विराजमान करते समय भी गणेश जी के दाहिनी ओर ही रखना चाहिए।
लक्ष्मी-कुबेर – लक्ष्मी जी और कुबेर देव ये दोनों ही धन के देवता है, कुबेर को घर के खजाने का रक्षक और सुख संपदा के देवता के रूप में पूजा जाता है। घर के और दफ्तर के मुख्य स्थान पर इनकी तस्वीर लगानी चाहिए। ऐसा करने पर मां लक्ष्मी का वास आपके घर में सदा बना रहता है।