इंदौर : इंदौर में आज 11 जून मंगलवार से नई व्यवस्था और नये स्वरूप में कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई प्रारंभ होगी। इस नई व्यवस्था के तहत सुनवाई की विकेन्द्रीकृत व्यवस्था की गई है। अधिकारियों से मिलने के लिए आवेदकों को कतार में नहीं लगना होगा तथा उन्हें इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा। अधिकारियों के कक्ष में आवेदक सीधे पहुंचकर अपनी समस्याएं बता सकेंगे। अधिकारी इन समस्याओं का टीप अंकित करते हुये त्वरित और सकारात्मक निराकरण सुनिश्चित करेंगे।
आवेदनों की निराकरण की कलेक्टर हर सप्ताह मानिटरिंग करेंगे। यह जानकारी आज यहां कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में दी गई। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन, अपर कलेक्टर सपना लोवंशी, रोशन राय, राजेन्द्र सिंह रघुवंशी तथा निशा डामोर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे जनसुनवाई में सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक अनिवार्य रूप से अपने-अपने कक्षों में मौजूद रहें। आवेदकों की समस्याओं को गम्भीरता और संवेदनशीलता के साथ सुने। समस्याओं का तत्काल एवं सकारात्मक निराकरण सुनिश्चित करें। निराकरण की टीप आवेदक के आवेदन पर लिखे। इसकी एंट्री निर्धारित पोर्टल पर भी करें। उन्होंने कहा कि निराकरण की मेरे द्वारा हर सप्ताह समीक्षा की जायेगी। मैं हर जन सुनवाई में कोर्ट रूम में मौजूद रहूगा और ऐसे आवेदक जिनकी अधिकारियों द्वारा सुनवाई नहीं हुई है उन्हें में सुनूंगा। अधिकारियों द्वारा समस्याओं के निराकरण में लापरवाही पाये जाने पर सख्त कार्रवाई की जायेगी।
कलेक्टर आशीष सिंह ने नागरिकों की समस्याओं को समय पर सुनकर उनके समय-सीमा में प्रभावी निराकरण के लिए जनसुनवाई में नई व्यवस्था निर्धारित की है। इसके अनुसार जनसुनवाई में कलेक्टर कार्यालय में संचालित विभागों के कार्यालय प्रमुख एवं समस्त अपर कलेक्टर अपने-अपने कक्ष में नियत समय पर बैठकर आवेदकों की समस्याओं को सुनेंगे और उनका निराकरण करेंगे।
तय व्यवस्था के अनुसार कलेक्टर कार्यालय के कक्ष क्रमांक- 103 में अपर कलेक्टर गौरव बैनल, कक्ष क्रमांक- जी-7 में अपर कलेक्टर निशा डामोर, कक्ष क्रमांक- जी-11 में अपर कलेक्टर सपना लोवंशी, कक्ष क्रमांक- 109 में अपर कलेक्टर राजेन्द्र रघुवंशी एवं अपर कलेक्टर रोशन राय आवेदकों की समस्या सुनकर उनका निराकरण करेंगे। इसी प्रकार कक्ष क्रमांक- जी-1 में जिला कोषालय अधिकारी, कक्ष क्रमांक- जी-6 में संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय, कक्ष क्रमांक- 202 में परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण, कक्ष क्रमांक- 205 में मुख्य कार्यपालन अधिकारी अन्त्यावसायी विकास निगम, कक्ष क्रमांक- 206 में कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास, कक्ष क्रमांक- 209 में सहायक आयुक्त आबकारी, कक्ष क्रमांक- 214 एवं 215 में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग, कक्ष क्रमांक- 217 में खनिज, कक्ष क्रमांक- 219 में योजना एवं सांख्यिकी तथा कक्ष क्रमांक- 220 एवं 221 में आपूर्ति नियंत्रक खाद्य नागरिकों से संबंधित समस्याओं का सुनकर उनका निराकरण करेंगे।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से संबंधित प्रकरणों/आवेदनों का निराकरण संबंधित अपर कलेक्टर द्वारा किया जाएगा। जिनके कार्यालय कलेक्टर कार्यालय से भिन्न एवं सेटेलाईट भवन में स्थित है, उन विभागों के कार्यालय प्रमुख कलेक्टर कार्यालय के सभा कक्ष क्रमांक -102 में जनसुनवाई के दिन उपस्थित होकर आवेदकों की समस्याओं का निराकरण करेंगे।
सभी विभागों को जन आकांक्षा पोर्टल के आई.डी. पासवर्ड प्रदाय किये गये है। जनसुनवाई में प्राप्त आवेदनों पर कार्यवाही हेतु मार्गदर्शी निर्देश (एस.ओ.पी.) जारी की गई है। आवेदन ऑनलाईन दर्ज कर संबंधित विभाग को भेजा जायेगा। आवेदक को मूल आवेदन पत्र पर कमरा नंबर अंकित कर संबंधित अधिकारी के पास भेजा जायेगा। विभागीय अधिकारी द्वारा अपनी टीप आवेदन पर अंकित की जायेगी। आवेदन का निराकरण ऑनलाईन पोर्टल पर दर्ज करना होगा। संबंधित ए०डी०एम० द्वारा 15 दिवस में आवेदनों की समीक्षा की जायेगी।
फूटपाथों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए चलेगी विशेष मुहिम
कलेक्टर आशीष सिंह ने निर्देश दिये है कि शहर में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए फूटपाथों को अतिक्रमण से मुक्त किया जाये। इसके लिए विशेष मुहिम चलायी जाये। मुहिम के दौरान फूटपाथ पर बोर्ड, सामग्री आदि रखकर अतिक्रमण करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए फूटपाथ को अतिक्रमण मुक्त किया जाये। उन्होने बताया कि इस कार्रवाई के लिए एसडीएम, पुलिस और नगर निगम का संयुक्त विशेष दल बनाया जायेगा। प्रतिदिन कार्रवाई और मॉनिटरिंग के लिए एसडीएम वार जवाबदारी तय की जा रही है।
बार और पब को समय पर बंद कराने के लिए लाइव फीड और AI के माध्यम से होगी रोज मॉनिटरिंग
कलेक्टर आशीष सिंह ने निर्देश दिये कि बार और पब को प्रतिदिन निर्धारित समय पर रात्रि 12 बजे अनिवार्य रूप से बंद कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। निर्धारित समय के पश्चात बार और पब खुले रखने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने बताया कि इंदौर में निर्धारित समय पर बार और पब बंद कराने की मॉनिटरिंग के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। इसके तहत निर्धारित समय पर बार और पब बंद कराने की मॉनिटरिंग लाइव फीड के माध्यम से की जायेगी। इसके लिए एक से दो सप्ताह में विशेष कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जा रहा है। सभी बार और पब संचालकों को लाइव फीड देना अनिवार्य होगा। मॉनिटरिंग के लिए AI तकनीक की मदद भी ली जायेगी।