भारत के आकर्षी और मिठुन ने जीता बंग्लादेश अंतरराष्ट्रीय चैलेंज का खिताब, प्रियांशु और अस्मिता रहे उपविजेता

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धर्मेश यशलहा। भारत की आकर्षी कश्यप और मिठुन मंजुनाथ ने योनेक्स सनराइज बंग्लादेश अंतरराष्ट्रीय चैलेंज बैडमिंटन स्पर्धा में महिला और पुरुष एकल खिताब हासिल किया। दोनों फाइनल दूसरे क्रम के खिलाड़ी ने छठवें क्रम के खिलाड़ी को ही हराकर जीता, दोनों विजेता अपने प्रतिद्वंद्वी से पिछले अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में हार गए थे, चारों भारत के हैं।

ढाका बंग्लादेश में हुई इस स्पर्धा में दूसरे क्रम की आकर्षी कश्यप ने महिला एकल फाइनल में छठवें क्रम की हमवतन अस्मिता चालिया को 21-15, 21-13 से 35 मिनट में हराकर अपनी पिछली पराजय का बदला भी लिया, दोनों के बीच यह दूसरा अंतरराष्ट्रीय मुकाबला था। नवम्बर 2019में सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा (लखनऊ) में आकर्षी, अस्मिता से 13-21, 18-21से हार गई थी। विश्व नंबर 36 छत्तीसगढ़ की आकर्षी अक्टूबर में मालदीव अंतरराष्ट्रीय चैलेंज स्पर्धा और दिसम्बर में 36वें राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुकी है।

दूसरे क्रम के भारत के मिठुन मंजुनाथ ने भी पुरुष एकल फाइनल में छठवें क्रम के हमवतन प्रियांशु राजावत को 21-12, 16-21, 21-9से 52मिनट में हराकर पिछली पराजय का बदला लिया। मिठुन इसी साल 28 जनवरी को ओडिशा खुली सुपर-100 बैडमिंटन स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में प्रियांशु से 21-13,14-21,8-21से हार गए थे, प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन एकेडमी, बैंगलुरु के मिठुन ने प्रियांशु से तीसरा और निर्णायक गेम उसी अंदाज में जीता, जैसे वे भुवनेश्वर में ओडिशा खुली स्पर्धा में हारे थे। विश्व नंबर 53 मप्र धार के प्रियांशु के पिताजी भूपेंद्र सिंह राजावत के मुताबिक प्रियांशु को कल सेमीफाइनल मैच के दौरान पैर में मोच आ गई थी।

प्रशिक्षक उमेंद्र राणा ने बताया कि विश्व नंबर 41मिठुन के साथ ही अस्मिता चालिया, सेमीफाइनल खेले अनुपमा उपाध्याय और किरण जार्ज भी पादुकोण एकेडमी के खिलाड़ी और शिविरार्थी हैं। तीनों युगल फाइनल में थाईलैंड की जोड़ियां थी। पुरुष और महिला युगल में जीती, महिला युगल फाइनल थाई जोड़ियों के बीच ही हुआ, सभी की 120 वीं से अधिक विश्व रैंकिंग हैं, मिश्रित युगल में मलेशियाई जोड़ी जीती।

विक्टर एक्सेलसेन और अकाने यामागुची को विश्व टूर 2022 खिताब

डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन ने विश्व टूर फाइनल्स बैडमिंटन स्पर्धा छठवीं बार जीती, विश्व नंबर एक ओलंपिक और विश्व विजेता विक्टर ने पुरुष एकल फाइनल में विश्व नंबर सात इंडोनेशिया के एंथोनी सिनुसुका जिंटिंग को 41 मिनट में 21-13,21-14से हराकर अपना खिताब बरकरार रखा और 2022में आठवां खिताब हासिल किया। वे छठवीं बार फाइनल्स खेलते हुए छहों बार फाइनल खेल चौथी बार विजेता बने हैं। इस साल विक्टर तीन बार ही पराजित हुए जिसमें इसी स्पर्धा में समूह लीग मैच में भारत के एच एस प्रणोय से पराजय भी शामिल हैं,26वर्षीय एंथोनी चौथी बार फाइनल्स स्पर्धा खेले। यह उनका इस साल तीसरा फाइनल हैं।

दो बार की विश्व विजेता जापान की अकाने यामागुची ने महिला एकल फाइनल में ताईपेई की ताई त्झी यिंग को 21-18,22-20 से 46मिनट में हराया, पहले गेम में अकाने ने 11-9की बढ़त ली,वे दूसरा गेम 11-7और 19-16 की बढ़त बनाकर तीसरा मैच पाइंट बचाकर अतिरिक्त अंकों में जीती। विश्व नंबर एक अकाने ने इस स्पर्धा में पांचवीं बार फाइनल खेलते हुए दूसरी बार और पांच साल बाद यह खिताब हासिल किया है। वे 2017 में दुबई में भारत की पी वी सिंधु को हराकर पहली बार फाइनल्स स्पर्धा जीती थी।

25 साल बाद….

एक ही साल में प्रतिष्ठित आल इंग्लैंड, विश्व स्पर्धा और विश्व टूर फाइनल्स, तीनों खिताब को अर्जित करने वाली अकाने यामागुची 1997 के बाद पहली खिलाड़ी हैं। 1997 में चीन की ये झाओयिंग ने ऐसा श्रेय हासिल किया था, 28 वर्षीय ताई त्झी यिंग छठवीं बार विश्व टूर फाइनल्स स्पर्धा खेली, वे तीन बार यह खिताब जीत चुकी है, इस साल ताईं का यह सातवां फाइनल हैं।

इंडोनेशिया के अनुभवी मोहम्मद एहसान और हेंड्रा सेतियवान इस स्पर्धा के पुरुष युगल खिताब को चौथी बार जीतने वाली दूसरी जोड़ी हैं, पांचवां फाइनल खेलते हुए एहसान और हेंड्रा सेतियवान ने चीन के लियु यु चेन और ओयु झुआन यि को 17-21,21-19,21- 59 मिनट में हराया, दूसरे गेम में जोरदार मुकाबला हुआ। इंडोनेशियाई जोड़ी 16-18 की बढ़त लेकर 18-19से पिछड़ने के बाद 19-19 करके जीती।

चीन की चेन क्विंग चेन और जिआ यि फान ने थाईलैंड की बेन्यापा और नुन्ताकर्न एइम्सार्द बहनों को 21-13,21-14से 37मिनट में हराकर महिला युगल खिताब तीसरी बार जीतने की बराबरी की। वे 2016 और 2019 में भी फाइनल्स विजेता रही। यह उनकी फाइनल्स में पांचवीं बार हिस्सेदारी है। इस साल आठवां खिताब है। वे पिछले साल टोक्यो ओलंपिक फाइनल में ही पराजित हो गए थे थाई जोड़ी पर ली बार ही फाइनल्स खेली है।

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मिश्रित युगल में भी चीन की झेंग सिवेई और हुआंग या क्विंग ने थाईलैंड की डेचपोल और सपसिरि को एक घंटे 2मिनट चले फाइनल में 21-19, 18-21, 21-13 से हराया दूसरी बार यह खिताब जीता। चीनी जोड़ी 12 स्पर्धाओं में खेलकर सभी में सेमीफाइनल खेल विश्व स्पर्धा सहित 10 खिताब हासिल कर चुकी हैं। इस साल आठवां खिताब जीता हैं। थाईलैंड की दो जोड़ियां पहली बार इस फाइनल्स स्पर्धा के दो वर्गों के फाइनल में खेली हैं।