वाॅटर प्लस के लिए सर्वे कार्य शुरू, 2 से 5 टीम बनाकर होगा काम

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By Mohit DevkarPublished On: August 30, 2020

इन्दौर। आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा आगामी वाॅटर प्लस सर्वे के संबंध में विगत दिवस स्मार्ट सिटी आफिस में बैठक ली गई थी। बैठक में आयुक्त पाल द्वारा वाॅटर प्लस सर्वे में मौजूद मापदंडो आधार पर समस्त झोनल अधिकारियो को शहर में स्थित नदी-नालो व तालाब में सीवरेज लाईने ना मिले इस हेतु नाला टेपिंग का कार्य करने तथा जिस किसी भी घर व संस्थान से अगर नदी-नाले में सीवरेज लाईन छोडी जाती है तो उनके विरूद्ध आगामी नोटिस जारी करने के भी निर्देश दिये गये थे।

साथ ही समस्त झोनल अधिकारियो को अपने-अपने झोन क्षेत्रो में सार्वजनिक-सामुदायिक शौचालयो/मुत्रालयो के रख-रखाव, जल निकासी के साथ ही जल निस्तारण हेतु आवश्यक व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये गये थे।

आयुक्त पाल द्वारा दिए गए निर्देश अनुसार शहर के सभी नदी नाले किनारे रहने वाले निवासियों के सीधे नदी नाले में मिलने वाले ड्रेनेज पाइप आउटफाल का सर्वे करने हेतु आज दिनांक 30.08.2020 सुबह 7:00 बजे से सभी जोन में 2 से 5 टीम बनाकर सर्वे प्रारंभ किया गया ।जिसमें रहवासी का नाम, मकान नंबर, ड्रेनेज, उसके घर के सामने है या नहीं है यदि है तो उसमें ड्रेनेज का कनेक्शन मिलाया जा सकता है नहीं, इसकी जानकारी ली गई। यह कार्य आयुक्त महोदया के निर्देशानुसार 3 दिन में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।

विदित हो कि शहर के नदी नालों में ड्रेनेज को मिलने से रोकने के लिए शहर में नाला टेपिंग एवं अमृत योजना अंतर्गत ड्रेनेज लाइन डाली गई है और 6 एसटीपी का निर्माण किया जा रहा है। शहर के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में निर्मित किए जा रहे हैं 5 एसटीपी से नए विकसित क्षेत्रों में से आने वाले एवं शहरी सीमा से वृद्धि में सम्मिलित 29 गांवों का सीवर इन एसटीपी में ट्रीट होकर कान्ह और सरस्वती नदी में डाला जाएगा। जिससे नदी में वर्ष भर स्वच्छ जल प्रवाहित होगा। इसी प्रकार शहर के मध्य सीपी शेखर नगर पर भी एक एसटीपी का निर्माण किया जा रहा है, जिससे मध्य क्षेत्र का सीवर ट्रीट किया जाकर नदी में डाला जाएगा तथा रिवरफ्रंट डेवलपमेंट भी विकसित होगा।