MP News : सिंहस्थ 2028 की तैयारियों के तहत भोपाल शहर में अब 11 और प्रमुख सड़कों के चौड़ीकरण की योजना तैयार की गई है। यह निर्णय शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने और सिंहस्थ मेले के दौरान आने वाली भारी भीड़ को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। हाल ही में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस संबंध में विस्तार से चर्चा की गई और इन सड़क परियोजनाओं पर एक प्रजेंटेशन भी प्रस्तुत किया गया। इन सड़कों के चौड़ीकरण की कुल लागत लगभग 280 करोड़ रुपये अनुमानित है।
भोपाल के इन प्रमुख मार्गों का चौड़ीकरण सिंहस्थ और पंचक्रोशी यात्रा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इनमें प्रमुख सड़कें जैसे महाकाल सवारी मार्ग, देवास रोड से मयूर मार्ग, संकुल मार्ग, राजस्व कॉलोनी का मार्ग, नानाखेड़ा से शांति पैलेस चौराहा, शांति नगर से गेल इंडिया होते हुए नीलगंगा तक के मार्ग शामिल हैं। इन सड़कों को 12 से 15 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा।

महत्वपूर्ण मार्गों का चौड़ीकरण
- महाकाल सवारी मार्ग (4.20 किमी) – यह मार्ग सिंहस्थ और पंचक्रोशी यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए एक प्रमुख मार्ग है और इसके चौड़ीकरण से यातायात की स्थिति में सुधार होगा।
- देवास रोड से मयूर पार्क व प्रशासनिक संकुल मार्ग (1.30 किमी) – इस मार्ग का चौड़ीकरण भी शहर के यातायात को सुगम बनाने के लिए किया जाएगा।
- राजस्व कॉलोनी का मार्ग (0.50 किमी) – इसका चौड़ीकरण क्षेत्रीय यातायात की सुगमता के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
चौड़ीकरण की प्रमुख विशेषताएं:
- इन सड़कों को चौड़ा करने से शहर के यातायात को सुगम बनाने में मदद मिलेगी।
- सवारी मार्ग, जो कि लंबे समय से अटका हुआ था, अब सिंहस्थ और पंचक्रोशी यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए एक वैकल्पिक और सुरक्षित मार्ग बनेगा।
- नानाखेड़ा से शांति पैलेस चौराहे और शांति नगर से नीलगंगा तक का मार्ग महाकाल मंदिर तक पहुंचने के लिए एक प्रमुख वैकल्पिक मार्ग बन जाएगा।
निगम की ओर से टेंडर जारी
इन मार्गों के चौड़ीकरण के लिए टेंडर भी जारी किए जा चुके हैं। इनमें गाड़ी अड्डा से वीडी क्लॉथ मार्केट होते हुए केडी गेट, जूना सोमवारिया व बड़े पुल तक के मार्ग, खजूरवाली मस्जिद, रवींद्रनाथ टैगोर मार्ग और कोयला फाटक चौराहा से छत्री चौक गोपाल मंदिर तक के मार्ग भी शामिल हैं।
चौड़ीकरण की अनुमानित लागत और विवरण:
- निकास से कंठाल चौराहा होते हुए इंदौर गेट (1.45 किमी, चौड़ाई 15 मीटर, लागत 30 करोड़ रुपये)
- गाड़ी अड्डा चौराहे से ढांचा भवन होते हुए रणकेश्वर महादेव (2.30 किमी, चौड़ाई 24 मीटर, लागत 26 करोड़ रुपये)
- ढांचा भवन से एमआर-5 (1 किमी, चौड़ाई 30 मीटर, लागत 12.70 करोड़ रुपये)
- टैगोर चौराहे से दो तालाब तक (1.10 किमी, चौड़ाई 18 मीटर, लागत 19 करोड़ रुपये)
- नानाखेड़ा से शांतिपैलेस चौराहा (0.60 किमी, चौड़ाई 45 मीटर, लागत 12.50 करोड़ रुपये)
- हामूखेड़ी से देवासरोड तपोभूमि चौराहा तक (0.80 किमी, चौड़ाई 18 मीटर, लागत 10 करोड़ रुपये)
- राजस्व कॉलोनी मुख्य मार्ग चौड़ीकरण व सेंट्रल लाइटिंग (0.50 किमी, चौड़ाई 18 मीटर, लागत 5 करोड़ रुपये)
- नीलगंगा तिराहे से हनुमान नाका होकर हरिफाटक ब्रिज (0.60 किमी, चौड़ाई 18 मीटर, लागत 10 करोड़ रुपये)
- शांतिनगर से गेल इंडिया होते हुए नीलगंगा तक (2.10 किमी, चौड़ाई 18 मीटर, लागत 24 करोड़ रुपये)
- श्री महाकालेश्वर सवारी मार्ग (4.20 किमी, चौड़ाई 15, 18 और 24 मीटर, लागत 64 करोड़ रुपये)
- देवास रोड से मयूर पार्क व प्रशासनिक संकुल मार्ग तक (1.30 किमी, चौड़ाई 18 मीटर, लागत 18 करोड़ रुपये)
शहर के यातायात के लिए ये कदम बेहद अहम हैं, क्योंकि इन सड़कों के चौड़ीकरण से न केवल सिंहस्थ के दौरान आने वाली भारी भीड़ को संभाला जा सकेगा, बल्कि शहर के सामान्य यातायात में भी आसानी होगी।