मध्यप्रदेश में गैस सिलेंडर की आपूर्ति को लेकर जनता की समस्याएँ बढ़ती जा रही हैं। यह कठिनाई एलपीजी वितरकों के हड़ताल की चेतावनी के कारण उत्पन्न हो रही है। होम डिलीवरी और प्रशासनिक शुल्क में लंबे समय से कोई वृद्धि नहीं की गई है, जिससे वितरक नाराज हैं। उन्होंने तीन चरणों में आंदोलन की धमकी दी है, जिसमें आज वे काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो एलपीजी वितरक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने की चेतावनी दे रहे हैं, जिससे आम जनता को सिलेंडर प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है।
एलपीजी वितरकों ने 24 अक्टूबर से एकमात्र मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है। एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीएस शर्मा ने बताया कि वितरक इस कदम के लिए मजबूर हैं, क्योंकि भारत सरकार द्वारा होम डिलीवरी और प्रशासनिक शुल्क में महंगाई के अनुपात में लंबे समय से कोई वृद्धि नहीं की गई है। इससे वितरकों को सेवाएं प्रदान करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे वितरक
एसोसिएशन ने भारत सरकार से तुरंत उनकी मांगें मानने का अनुरोध किया है। एलपीजी वितरकों ने चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा भी घोषित कर दी है। पहले चरण में वितरक और उनके कर्मचारी काली पट्टी बांधकर काम करेंगे, इसके बाद जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे, और अंतिम चरण में वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी देंगे।
6 नवंबर से शुरू होगी हड़ताल
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि आंदोलन का पहला चरण 24 अक्टूबर से शुरू होगा, जिसमें वितरक और उनके कर्मचारी काली पट्टी बांधकर काम करेंगे और कलेक्टर के माध्यम से पेट्रोलियम मंत्रालय के सचिव को ज्ञापन सौंपेंगे। दूसरे चरण में 29 अक्टूबर को जिला मुख्यालय पर मोमबत्ती जलाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। 6 नवंबर को “नो मनी, नो इंडेंट” के तहत विरोध किया जाएगा। यदि वितरक के सेवा शुल्क और होम डिलीवरी प्रभार में वृद्धि नहीं की गई, तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी जाएगी।









