यात्रीगण कृपया ध्यान दें! चैत्र नवरात्री पर रेलवे की रेल यात्रियों को बड़ी सौगात, 7 महीने बाद ट्रैक पर फिर दौड़ेगी ये ट्रेन

छिंदवाड़ा जिले के भंडारकुंड और भिमालगोंदी के बीच 29 करोड़ की लागत से बने ब्रिज नंबर-94 का पुनर्निर्माण पूरा हो गया है, और 1 अप्रैल से ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू होगा। इस ब्रिज में दरारें आने के बाद मार्ग बदलने से यात्रियों को परेशानी हुई थी, लेकिन अब नवरात्रि में श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी। डीआरएम दीपक गुप्ता ने ब्रिज का निरीक्षण कर सफल स्पीड ट्रायल के बाद ट्रेनों का संचालन बहाल करने का निर्णय लिया है।

Srashti Bisen
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छिंदवाड़ा जिले के भंडारकुंड और भिमालगोंदी के बीच 29 करोड़ रुपए की लागत से बने ब्रिज नंबर-94 को आखिरकार फिर से खोल दिया गया है। इस ब्रिज की निर्माण प्रक्रिया में 40 मीटर गहरे पाइल फाउंडेशन और कम्पोजिट स्टील गर्डर का इस्तेमाल किया गया था। अब 1 अप्रैल 2025 से इस मार्ग पर ट्रेनों का संचालन पुनः बहाल हो जाएगा।

पिछले साल 25 अगस्त को इस ब्रिज में दरारें आ गई थीं, जिसके कारण नागपुर-शहडोल और शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस का मार्ग बदलकर छिंदवाड़ा से आमला होते हुए नागपुर तक किया गया था। इससे यात्रियों को ट्रेनों की लेटलतीफी और यात्रा में परेशानियों का सामना करना पड़ा था। इसके अतिरिक्त, रीवा-इतवारी एक्सप्रेस का संचालन भी बंद कर दिया गया था, जिससे यात्रियों के पास यात्रा के सीमित विकल्प रह गए थे।

नवरात्रि के दौरान यात्रियों को मिलेगा विशेष लाभ

रेलवे द्वारा जारी आदेश के अनुसार, अब रीवा-इतवारी एक्सप्रेस और इतवारी-रीवा एक्सप्रेस दोनों की सेवाएं एक अप्रैल से फिर से शुरू हो जाएंगी। इसके अलावा, नागपुर-शहडोल एक्सप्रेस और शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस भी अपने पूर्व निर्धारित मार्ग से, छिंदवाड़ा और सौंसर होते हुए चलेंगी। इस पुनः संचालन से विशेष रूप से नवरात्रि पर्व के दौरान मैहर जाने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। यात्री अब आसानी से अपने गंतव्य तक पहुँच सकेंगे।

1 अप्रैल से ट्रेनें फिर से बहाल

शनिवार को रेलवे के डीआरएम दीपक गुप्ता ने ब्रिज नंबर-94 का निरीक्षण किया और पूजन के बाद स्पीड ट्रायल किया। इस परीक्षण में सफलता मिलने के बाद रेलवे ने यह सुनिश्चित किया कि 1 अप्रैल से इस मार्ग पर सभी ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से बहाल कर दिया जाएगा। इस ब्रिज के चालू होने से अब जबलपुर, सतना, रीवा और नागपुर के यात्रियों को समय की बचत होगी और यात्रा का अनुभव भी पहले से कहीं बेहतर होगा।