मध्यप्रदेश के महू में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की सभा आयोजित होने वाली है। इस सभा की अनुमति में प्रशासन ने पहले राजनीतिक और धर्म विरोधी भाषणों पर प्रतिबंध लगाया था। विवाद बढ़ने पर प्रशासन ने एक ही दिन में अनुमति से “राजनीतिक” शब्द हटा दिया। वहीं, भीमराव आंबेडकर स्मारक के पास दशहरा मैदान में सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए कांग्रेस को हेलीपैड बनाने की अनुमति नहीं दी गई। कांग्रेस ने महू में दो हेलीपैड बनाने की मंजूरी मांगी थी।
27 जनवरी को महू में होने वाली इस सभा के लिए कांग्रेस ने तैयारियां तेज कर दी हैं। आयोजन स्थल पर डोम बनाने का कार्य जारी है, और इंदौर से महू तक का मार्ग बैनर-पोस्टरों से सजा दिया गया है। मालवा-निमाड़ के ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पहले ही दौरे कर चुके हैं। सभा की अनुमति को लेकर विवाद भी उठा था, जिस पर कांग्रेस नेताओं ने आपत्ति जताई। इसके बाद प्रशासन को अनुमति की शर्तों में बदलाव करना पड़ा।
स्मारक क्षेत्र में हेलीपैड बनाने की मंजूरी नहीं मिली
राहुल और प्रियंका महू दौरे में बाबा साहब के स्मारक पर भी जाएंगे। वहां से वे वेटनरी काॅलेज सभा स्थल पर जाएंगे। सभा स्थल और स्मारक के समीप कांग्रेस ने हेलीपैड की अनुमति मांगी थी। लेकिन प्रशासन ने सेना सुरक्षा के कारणों का हवाला देते हुए दशहरा मैदान की अनुमति नहीं दी है।प्रशासन ने 23 जनवरी को कांग्रेस की सभा के लिए अनुमति जारी की थी। उसमें छठे बिंदू पर मंच से राजनीतिक भाषण पर रोक का उल्लेख किया गया था।
बदली अनुमति की शर्तें
राजनीतिक भाषण पर रोक लगाने के मामले में कांग्रेस ने भाजपा सरकार को निशाने पर लिया। इसके बाद, प्रशासन ने अगले ही दिन अनुमति में संशोधन करते हुए राजनीतिक भाषण पर लगी रोक हटा दी और नई अनुमति जारी कर दी।
राहुल गांधी की सभा के लिए तय की गई शर्तें
- सभा स्थल पर आयोजकों को दस प्रतिशत वॉलंटियर तैनात करने होंगे।
- कार्यक्रम के कारण ट्रैफिक और यातायात में कोई समस्या न हो, इसका पूरा जिम्मा आयोजकों पर होगा।
- आयोजन स्थल पर डीजे के उपयोग पर रोक रहेगी।
- नेताओं को आयोजन के दौरान धर्म विरोधी भाषण देने की अनुमति नहीं होगी, इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
- कार्यक्रम के दौरान यदि कोई दुर्घटना होती है, तो उसकी जिम्मेदारी आयोजकों की होगी।