MP News : मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर के लिए एक नई वेस्टर्न बायपास परियोजना ने गति पकड़ ली है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस परियोजना के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है और अब इसका निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को हिलवेज कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा 1347.6 करोड़ रुपये की लागत से 28.516 किलोमीटर तक विस्तारित किया जाएगा। काम अक्टूबर 2025 से शुरू होगा और इसे अक्टूबर 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
यह वेस्टर्न बायपास बानमोर से शुरू होकर पनिहार तक जाएगा। इस परियोजना से न केवल ट्रैफिक की समस्याओं का समाधान होगा, बल्कि आसपास के क्षेत्रों का विकास भी तेजी से होगा। विशेष तौर पर, इस मार्ग के लिए जरूरी वन्यजीव सैद्धांतिक स्वीकृति पहले ही मिल चुकी है, और अब वन स्वीकृति अंतिम चरण में है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी चल रही है, जिससे इस परियोजना को समय पर पूरा किया जा सकेगा।

ट्रैफिक की समस्या से मिलेगा निजात
वेस्टर्न बायपास के निर्माण के बाद, आगरा और मुरैना से आने वाला ट्रैफिक बानमोर से होते हुए पनिहार और फिर शिवपुरी, गुना, भोपाल और इंदौर की दिशा में गुजर सकेगा। इस नए मार्ग से लगभग 30 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी और समय की बचत होगी, जिससे शहर के भीतर आने वाले ट्रैफिक की समस्या कम होगी। यह मार्ग साडा क्षेत्र से होकर गुजरेगा, जिससे न सिर्फ ट्रैफिक की समस्या हल होगी, बल्कि साडा क्षेत्र का विकास भी तेजी से होगा। इसके साथ ही पर्यटन और उद्योग-धंधों में भी तेजी से वृद्धि होगी।
ईस्टर्न बायपास के साथ पूरा होगा शहर का आउटर रिंग रोड
ग्वालियर में पहले से ही एक ईस्टर्न बायपास का निर्माण हो चुका है, और अब इस वेस्टर्न बायपास के बनने के बाद शहर का पूरा आउटर रिंग रोड नेटवर्क तैयार हो जाएगा। इससे शहर के भीतर आने-जाने वाले वाहनों का दबाव कम होगा, और सड़क पर ट्रैफिक जाम की समस्या को भी काफी हद तक सुलझा लिया जाएगा।
समय की होगी बचत
वेस्टर्न बायपास का निर्माण ग्वालियर के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगा। इस मार्ग के तैयार होने के बाद, एबी रोड से गुजरने वाले वाहनों को 30 किलोमीटर की दूरी कम तय करनी पड़ेगी, और इससे लगभग एक घंटे का समय भी बचेगा। इसके अलावा, शहर के भीतर ट्रैफिक की समस्याओं में भी भारी कमी आएगी, जिससे ग्वालियर के नागरिकों और यात्रियों को अधिक आरामदायक और तेज यात्रा का अनुभव होगा।