MP News : मध्य प्रदेश के बैतूल ज़िले की औद्योगिक नगरी सारनी सुनहरे दौर की ओर बढ़ रही है। सालों की खामोशी और पलायन के बाद अब इस शहर में फिर से रौनक लौटने वाली है। दो बड़ी बिजली यूनिट्स की पुनः शुरुआत, एक नई सीमेंट फैक्ट्री और एक आधुनिक रेलवे स्टेशन की स्थापना से सारनी फिर से औद्योगिक नक्शे पर चमकेगा।
इतना ही नहीं, क्षेत्र में दो नई कोयला खदानों के खुलने की भी तैयारी चल रही है, जिससे हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। कभी ऊर्जा नगरी के नाम से मशहूर सारनी में एक बार फिर लोगों की चहल-पहल दिखेगी। पिछले कुछ वर्षों में बिजली परियोजनाओं और खदानों के बंद होने से यह क्षेत्र वीरान हो गया था। सरकारी आवास खंडहर बनते जा रहे थे और लोगों का पलायन जारी था। लेकिन अब, नए प्रोजेक्ट्स के ज़रिए सारनी की तस्वीर और तक़दीर दोनों बदलने वाली है।

यहां बनेगा नया रेलवे स्टेशन और 7700 करोड़ की पावर यूनिट
सारनी में 7700 करोड़ रुपये की लागत से दो 660 मेगावॉट की बिजली यूनिट्स का निर्माण किया जाएगा। स्थानीय विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे के अनुसार यह प्रोजेक्ट क्षेत्र के लिए गेम चेंजर साबित होगा। इन यूनिट्स के निर्माण से जहां हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा, वहीं स्थानीय व्यापार, मकान और बाज़ार में भी नई जान आएगी।
सतपुड़ा ताप विद्युत गृह में बनने वाली दो बिजली यूनिट्स में से एक यूनिट का ठेका भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) को दिया जा चुका है। यूनिट निर्माण को लेकर एक विशेष कमेटी का गठन किया गया है जिसकी कई बैठकें हो चुकी हैं। दूसरी यूनिट के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार कर ली गई है। अधिकारियों के अनुसार, निर्माण कार्य पूरा होने में लगभग 3 से 4 वर्ष का समय लगेगा।
सारनी में लगेगी अंबुजा की सीमेंट फैक्ट्री, 37 एकड़ में होगा निर्माण
अडानी समूह की अंबुजा सीमेंट सारनी में 37 एकड़ भूमि पर सीमेंट फैक्ट्री लगाएगी। इसके लिए मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड ने ज़मीन आवंटित कर दी है। फैक्ट्री निर्माण अगले 2-3 वर्षों में पूरा हो जाएगा, जहां हर साल 20 लाख टन सीमेंट का उत्पादन होगा। उत्पादन के लिए कंपनी को प्रतिदिन लगभग 2200 टन फ्लाई ऐश भी सप्लाई किया जाएगा।
हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार
सारनी में दो नई कोयला खदानों की शुरुआत भी की जा रही है, जिससे भारी मात्रा में कोयले का उत्पादन होगा। अनुमान है कि लगभग 32,000 टन कोयला प्रतिदिन निकाला जाएगा। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 10,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। यह कदम सारनी के पुनर्जीवन में एक अहम भूमिका निभाएगा।