MP में यहां केरल मॉडल पर बनेगा नेचुरोपैथी हॉस्पिटल, स्वास्थ्य पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

खजुराहो के पास खर्रोही में 25 एकड़ में एक आधुनिक 100 बिस्तरों वाला नेचुरोपैथी और योग चिकित्सालय बनने जा रहा है, जो स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा देगा। यहां प्राकृतिक चिकित्सा, योग, आयुर्वेदिक उपचार और डिटॉक्स सेवाएं विशेषज्ञों की देखरेख में उपलब्ध होंगी। इस परियोजना से स्थानीय रोजगार और पर्यटन उद्योग को भी नया प्रोत्साहन मिलेगा।

Srashti Bisen
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MP News : खजुराहो के नजदीक स्थित खर्रोही हल्का में 25 एकड़ भूमि पर एक अत्याधुनिक 100 बिस्तरों वाला नेचुरोपैथी एवं योग चिकित्सालय बनने जा रहा है। यह संस्थान प्राकृतिक चिकित्सा, योग और आयुर्वेदिक उपचारों का अनोखा संगम होगा, जो केरल मॉडल पर आधारित होगा।

इस परियोजना से न केवल स्वास्थ्य पर्यटन को नई दिशा मिलेगी, बल्कि खजुराहो की पहचान भी एक ‘हेल्थ डेस्टिनेशन’ के रूप में स्थापित होगी।

भूमिपूजन के बाद जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य

इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने वर्ष 2021 में भूमि आवंटित की थी। सांसद वीडी शर्मा की पहल पर यह योजना अस्तित्व में आई और आयुष विभाग ने इसे केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद को प्रस्तावित किया। अब जबकि सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं, जल्द ही भूमिपूजन के साथ इसका निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा।

प्राकृतिक तरीके से मिलेगा उपचार

इस चिकित्सालय में प्राकृतिक चिकित्सा, आयुर्वेदिक पंचकर्म, योग, ध्यान, और डिटॉक्स थेरेपी जैसी सेवाएं कुशल विशेषज्ञों द्वारा प्रदान की जाएंगी। 15 से 30 दिनों तक चलने वाले विशेष चिकित्सा कोर्स, खासतौर पर उन लोगों के लिए होंगे जो तनावमुक्त जीवन और बेहतर स्वास्थ्य की तलाश में खजुराहो का रुख करते हैं।

स्वास्थ्य पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

खजुराहो पहले से ही अपनी ऐतिहासिक विरासत और वाइल्डलाइफ के लिए विश्वविख्यात है। अब इस नेचुरोपैथी संस्थान के माध्यम से यह शहर स्वास्थ्य पर्यटन का भी एक प्रमुख केंद्र बन जाएगा। विदेशी और देशी पर्यटक यहां ना सिर्फ पर्यटन का आनंद लेंगे, बल्कि प्राकृतिक उपचार से अपने स्वास्थ्य को भी निखार सकेंगे।

स्थानीय युवाओं को मिलेगा नया अवसर

इस परियोजना से खजुराहो के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। होटल, रेस्टोरेंट, ट्रैवल एजेंसियों और हस्तशिल्प से जुड़े स्थानीय व्यवसायों को भी प्रत्यक्ष लाभ होगा। यह संस्थान ना केवल स्वास्थ्य सेवा का केंद्र बनेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगा।

क्या होते हैं नेचुरोपैथी चिकित्सालय ?

नेचुरोपैथी चिकित्सालय एक ऐसा इलाज केंद्र होता है जहां रोगों का उपचार दवाओं के बजाय पूरी तरह प्राकृतिक उपायों से किया जाता है। यहां मरीजों को संतुलित आहार, योग, ध्यान, जल और मिट्टी चिकित्सा, मसाज, स्टीम बाथ और डिटॉक्स जैसी तकनीकों के माध्यम से शरीर की प्राकृतिक शक्ति को बढ़ाकर स्वस्थ किया जाता है।

प्रमुख सुविधाएं जो नेचुरोपैथी चिकित्सालय को बनाती हैं खास

  • योग और ध्यान: मानसिक शांति और एकाग्रता के लिए
  • आयुर्वेदिक पंचकर्म: शरीर की अंदरूनी सफाई और संतुलन हेतु
  • मिट्टी और जल चिकित्सा: प्राकृतिक तत्वों से सूजन व गर्मी कम करने के लिए
  • फिजिकल थेरेपी और मसाज: थकावट व दर्द से राहत
  • सात्विक आहार: शुद्ध, पौष्टिक और हाई फाइबर फूड पर आधारित भोजन व्यवस्था
  • स्टीम और सॉना बाथ: शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने के लिए
  • आयुर्वेदिक थेरेपीज़: अभ्यंग, शिरोधारा जैसी पारंपरिक पद्धतियाँ