मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क (MMLP), पीथमपुर में एक ऐसा आधुनिक केंद्र बनने जा रहा है, जो देशभर के उद्योगों के लिए एक नई दिशा तय करेगा। यह पार्क रेलवे और एयरपोर्ट दोनों से जुड़ा होगा, जिससे माल परिवहन और निर्यात की प्रक्रिया और अधिक आसान और तेज़ हो जाएगी।
रेलवे और एयरपोर्ट से सीधा जुड़ाव
इस लॉजिस्टिक पार्क की सबसे बड़ी खासियत इसका मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी है। माल को रेलमार्ग से सीधे पार्क तक लाया जा सकेगा और कस्टम की सभी औपचारिकताएं यहीं पूरी कर दी जाएंगी। इसके लिए एक सिंगल विंडो सिस्टम स्थापित किया जाएगा, जिससे कंटेनर सीधे हवाई अड्डे या बंदरगाह तक भेजे जा सकेंगे। इससे व्यवसायियों को निर्यात प्रक्रिया में बड़ा लाभ मिलेगा।

गडकरी की खास प्राथमिकता में शामिल
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस परियोजना को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया है। वे दो बार इंदौर दौरे के दौरान इस प्रोजेक्ट की समीक्षा कर चुके हैं। हाल ही में उन्होंने सागौर से लॉजिस्टिक पार्क तक नई रेलवे लाइन का उद्घाटन किया है, जिससे इस प्रोजेक्ट को और गति मिली है। उन्होंने एनएचएआई अधिकारियों को निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
तीन चरणों में होगा निर्माण
NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमेश बांझल के अनुसार, यह पार्क कुल 250 एकड़ भूमि पर विकसित किया जा रहा है और इसकी लागत 1100 करोड़ रुपये आंकी गई है। पार्क का निर्माण तीन चरणों में किया जाएगा:
- पहले चरण में वेयरहाउस, ऑफिस स्पेस, कोल्ड स्टोरेज और एक 5 स्टार होटल का निर्माण किया जाएगा।
- दूसरे और तीसरे चरण में पार्क का विस्तार होगा और अतिरिक्त सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
उद्योगों को मिलेगा बड़ा फायदा
यह लॉजिस्टिक पार्क न केवल इंदौर बल्कि पूरे मालवांचल क्षेत्र के लिए लाभकारी साबित होगा। यहां तैयार माल का निर्यात तेजी से किया जा सकेगा, जिससे उद्योगों को समय और लागत दोनों में बचत होगी। इस आधुनिक पार्क के निर्माण से पीथमपुर एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय लॉजिस्टिक हब के रूप में उभरने की ओर अग्रसर है।