MP News: पद्मश्री के लिए नामांकित हरचंदन सिंह भट्टी को सीएम यादव ने किया सम्मानित, बोले ‘प्रदेश का नाम गर्व से किया रोशन’

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By Abhishek SinghPublished On: January 26, 2025

केंद्र सरकार ने पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री पुरस्कारों की घोषणा की, जिसमें मध्य प्रदेश से पांच नाम शामिल हैं। इनमें भोपाल के हरचंदन सिंह भट्टी को आर्ट डिजाइनर के तौर पर चुना गया है। रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भट्टी के घर पहुंचे और उन्हें शाल व श्रीफल देकर पद्मश्री सम्मान के लिए बधाई और शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पद्मश्री जैसे प्रतिष्ठित सम्मान से सम्मानित व्यक्तित्वों ने अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करके प्रदेश का नाम गौरवमयी तरीके से उजागर किया है। इस अवसर पर सांसद वीडी शर्मा, विधायक भगवान दास सबनानी, और भाजपा संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने भी हरचंदन सिंह भट्टी को बधाई दी।

शनिवार को केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली व्यक्तियों के नामों की घोषणा की। इन सम्मानित हस्तियों में मध्य प्रदेश से भेरूसिंह चौहान (कला), बुधेन्द्र कुमार जैन (चिकित्सा), हरचंदन सिंह भट्टी (कला), जगदीश जोशिला (साहित्य और शिक्षा) और श्रीमती सैली होल्कर (व्यापार और उद्योग) का नाम शामिल है।

कला के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित होने वाले हरचंदन सिंह भट्टी ने भारत भवन और जनजातीय संग्रहालय के आदिवासी परिवेश के डिजाइन में अहम योगदान दिया है। वह विभिन्न कला और डिजाइन परियोजनाओं में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।

भारत भवन के निदेशक हरचंदन सिंह भट्टी की कला यात्रा

हरचंदन सिंह ने अपने सम्मान की सूचना अपने मित्रों और सरकारी अधिकारियों से प्राप्त की। वे वर्तमान में भारत भवन के रूपांकर विभाग के निदेशक के रूप में कार्यरत हैं और 1981 से इस प्रतिष्ठित संस्थान से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा, उन्होंने उज्जैन के त्रिवेणी म्यूजियम और खजुराहो के आदिवासी म्यूजियम को नया रूप देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2000 में खजुराहो के आदिवासी म्यूजियम का पहला रूप तैयार किया था, और 2022-23 में इसका पुनर्निर्माण किया।

हरचंदन सिंह भट्टी ने बताया कि उनका सपना चित्रकार बनने का था, लेकिन यह सपना पूरा नहीं हो पाया। हालांकि, उन्होंने डिजाइनिंग के क्षेत्र में कदम रखा और अब इसे वह चित्रकला के ही रूप में मानते हैं।