Khajuraho-Panna Rail Line : मध्यप्रदेश में लंबे समय से प्रतीक्षित खजुराहो-पन्ना रेल लाइन परियोजना अब अपने अंतिम चरण में है। इस 72 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का निर्माण खजुराहो से पन्ना होते हुए सतना तक किया जाएगा, जो न केवल यात्रा के समय को कम करेगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी नया आयाम देगा।
खजुराहो से पन्ना और पन्ना से सतना तक रेल नेटवर्क के जुड़ने से यह क्षेत्र न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी बेहतर कनेक्टिविटी प्राप्त करेगा। खजुराहो, जो अपनी ऐतिहासिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है, अब और भी सुलभ हो जाएगा, जिससे पर्यटन और व्यापार में वृद्धि की संभावना है। इसके साथ ही, इस परियोजना का निर्माण ललितपुर-सिंगरौली रेल लाइन परियोजना के पूर्ण होने की दिशा में भी एक अहम कदम साबित होगा। यह परियोजना 1998 में शुरू हुई थी और अब खजुराहो-सतना रेल लाइन के जुड़ने से पूरी होगी।

परियोजना के लिए 309 हेक्टेयर भूमि की गई हस्तांतरित (Khajuraho-Panna Rail Line)
इस परियोजना में सबसे बड़ी अड़चन वन विभाग की जमीन के हस्तांतरण को लेकर थी। पन्ना जिले में रेलवे के लिए 309 हेक्टेयर भूमि को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया में काफी समय लगा, लेकिन अब यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। राज्य सरकार ने रेलवे को यह भूमि हस्तांतरित कर दी है, जिससे परियोजना के कार्य में तेज़ी आई है। इससे यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार इस परियोजना को प्राथमिकता दे रही है, और इसके निर्माण में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
रेललाइन पर बनेगा बड़ा पुल और 6 नए स्टेशन
72 किलोमीटर की इस रेललाइन में 47 पुलों का निर्माण किया जाएगा, जिनमें 40 छोटे और 7 बड़े पुल शामिल हैं। सबसे खास बात यह है कि केन नदी पर एक बड़ा पुल भी बनाने की योजना है, जो इस परियोजना का प्रमुख आकर्षण होगा। इसके लिए टेंडर जारी नहीं किया गया है, लेकिन निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होने की संभावना जताई जा रही है।
इसके अलावा, इस रेलखंड में 6 नए रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें सूरजपुर और बरखेड़ा छतरपुर जिले में, जबकि पन्ना जिले में सबदुआ, बालूपुर, अजयगढ़ और सिंहपुर स्टेशन शामिल होंगे। यह रेलवे स्टेशन न केवल यात्रियों के लिए सहूलियत देंगे, बल्कि स्थानीय विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान करेंगे।
पहले चरण का काम शुरू
इस परियोजना के पहले चरण के तहत खजुराहो से सूरजपुर तक 16 किलोमीटर लंबी समतल क्षेत्र की रेल लाइन का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इसके अंतर्गत क्वार्टर बिल्डिंग और मिट्टी के काम के लिए टेंडर की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जाएगी, जिससे परियोजना की गति और तेज होगी। यह चरण खजुराहो से लेकर अन्य प्रमुख क्षेत्रों तक यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करेगा।
चार वर्षों में पूर्ण होने की उम्मीद
यह परियोजना चार वर्षों में पूरी होने की संभावना है, जिसके बाद खजुराहो से सतना तक सीधे रेल कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी। यह क्षेत्रीय विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, क्योंकि इससे न केवल पर्यटकों के लिए यात्रा आसान होगी, बल्कि स्थानीय व्यवसायों को भी बढ़ावा मिलेगा।