Fake Currency Gang Busted : इंदौर पुलिस ने गुरुवार को एक बड़े नकली नोट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह अब तक 20-22 लाख रुपये मूल्य के 200 और 500 के नकली नोट तैयार कर बाजार में चला चुका था। पुलिस ने आरोपियों को नकली नोट और उन्हें बनाने वाले उपकरणों के साथ गिरफ्तार किया है। यह गिरोह नकली करेंसी तैयार कर विभिन्न राज्यों में सप्लाई करता था।
छह आरोपी गिरफ्तार, लाखों के नकली नोट और उपकरण बरामद
इंदौर पुलिस ने नकली नोटों का निर्माण और वितरण करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है। इस दौरान पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से तीन लेजर प्रिंटर, ए4 साइज के 85 GSM पेपर सहित अन्य उपकरण बरामद किए गए, जिनका उपयोग 200 और 500 रुपये के नकली नोट छापने में किया जाता था।
![इंदौर पुलिस की बड़ी कार्रवाई! नकली नोट चलाने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश 4](https://ghamasan.com/wp-content/uploads/2025/02/Untitled-design-9.jpg)
मुखबिर की सूचना पर हुआ खुलासा
कुछ दिन पहले लसूड़िया थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर देवास नाके से शुभम उर्फ पुष्पांशु रजक को पकड़ा था। उसके पास से 500 रुपये के 46 नकली नोट बरामद किए गए थे। पूछताछ में शुभम ने बताया कि उसने ये नोट नसरुल्लागंज निवासी महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा से खरीदे थे।
इसके बाद पुलिस ने महिपाल को नसरुल्लागंज, सीहोर से गिरफ्तार किया, जहां उसने खुलासा किया कि नकली नोट नागपुर निवासी मनप्रीत सिंह द्वारा भेजे गए थे। महिपाल ने अब तक 20 लाख रुपये के नकली नोट खरीदे और अनुराग चौहान (नसरुल्लागंज) और मोहसिन खान (खजराना, इंदौर) को बेचे थे।
गिरोह के सरगना मनप्रीत सिंह की गिरफ्तार
पुलिस ने गिरोह के मुख्य सरगना मनप्रीत सिंह (नागपुर, महाराष्ट्र) को उसके घर से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने साथी मलकीत सिंह के साथ किराए के फ्लैट में नकली नोट बनाता था।
एसीपी आदित्य पटेल के अनुसार, यह गिरोह अब तक 20 से 22 लाख रुपये के नकली नोट बना चुका है। पुलिस अब जांच कर रही है कि नकली नोट कहां-कहां सप्लाई किए गए और इसमें और कौन-कौन शामिल है।