हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद इंदौर में गुस्से का माहौल देखने को मिल रहा है। शहर में ऐसे पोस्टर लगाए गए हैं जिनमें धर्म पूछकर व्यापार करने की बात कही जा रही है। इन पोस्टरों पर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद का नाम तो लिखा है, लेकिन फिलहाल इन दोनों संगठनों ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि यह पोस्टर किसने और कब लगाए। ये पोस्टर सेंट्रल जेल के पास लगाए गए हैं और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।
पोस्टरों में यह संदेश दिया गया है कि अगर धर्म पूछकर गोली मारी जा सकती है तो व्यापार भी धर्म पूछकर ही किया जाए। इस संदेश के साथ ही एक आग्रह भी है कि लोग अपने बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए अब नाम पूछने की आदत डालें। पोस्टर में जम्मू-कश्मीर का नक्शा भी दिखाया गया है, जिसमें पहलगाम हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का शव और उनकी पत्नी हिमांशी का चित्र है। सोशल मीडिया पर इन पोस्टरों की तस्वीरें साझा की जा रही हैं और लोगों को इस अभियान में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

पाकिस्तानी नागरिकों के लिए नो एंट्री
इंदौर में पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में कुछ और पोस्टर भी लगाए गए थे। एक पोस्टर में लिखा था कि सुअरों और पाकिस्तानी नागरिकों को शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी (पिग्स एंड पाकिस्तानी सिटीजन्स आर नॉट अलाउड)। इस पोस्टर में सुअर को पाकिस्तानी सेना के जनरल के रूप में दिखाया गया था, जो एक विवादास्पद दृश्य था। यह पोस्टर भी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया था और लोग इस पर तीखी प्रतिक्रियाएं दे रहे थे।
पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे का विवाद
इंदौर में हुए एक और विवाद ने इस पूरे विरोध प्रदर्शनों को और तूल दिया। हाल ही में, पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में पाकिस्तान का पुतला जलाए जाने के दौरान कुछ लोगों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे। यह नारा कुछ शरारती तत्वों द्वारा लगाया गया था, जिससे विवाद पैदा हो गया।
इसके बाद इंदौर के विधायक ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की और इस मुद्दे को गंभीरता से लिया। इसके परिणामस्वरूप, नारेबाजी करने वाले पार्षद अनवर कादरी को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके अलावा, इंदौर के पेंटर संगठन ने भी पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे के साथ पाकिस्तानी झंडे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।