इंदौर शहर में ट्रैफिक जाम की बढ़ती समस्या को देखते हुए नगर निगम ने बड़ा कदम उठाया है। शहर के 28 प्रमुख चौराहों के चौड़ीकरण की योजना बनाई गई है ताकि यातायात का दबाव कम हो और वायु गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके।
इस योजना का उल्लेख नगर निगम के वर्ष 2024-25 के बजट में भी किया गया था। अब पहले चरण में 6 प्रमुख चौराहों पर काम शुरू करने की दिशा में टेंडर जारी कर दिए गए हैं।

SGSITS की रिपोर्ट में उजागर हुई तकनीकी खामियां
इंदौर के कई चौराहों पर रोज़ाना सुबह और शाम भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति बनती है। एसजीएसआइटीएस कॉलेज द्वारा कराए गए एक अध्ययन में यह खुलासा हुआ था कि कई चौराहों की बनावट में तकनीकी खामियां हैं, खासकर लेफ्ट टर्न (बाएं मुड़ने वाले रास्ते) की चौड़ाई कम होने से ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा होती है। जब वाहन एक साथ चौराहे पर रुकते हैं और स्टार्ट रहते हैं, तो उससे वायु प्रदूषण भी बढ़ता है।
हरियाली से होगा धुएं का असर कम
नगर निगम की योजना के अनुसार, चौराहों पर हरियाली भी बढ़ाई जाएगी ताकि वाहनों से निकलने वाले धुएं के दुष्प्रभाव को कम किया जा सके। पहले भी इस दिशा में प्रयास किए गए थे, लेकिन अपेक्षित सफलता नहीं मिली। इस बार नगर निगम ने नए सिरे से विस्तृत योजना तैयार की है, जिसमें सौंदर्यीकरण भी शामिल है।
पहले चरण में ये 6 चौराहे होंगे चौड़े
चौराहों के सुधार और चौड़ीकरण की योजना के पहले चरण में निम्नलिखित 6 चौराहों को शामिल किया गया है:
- गीता भवन चौराहा
- इंद्रप्रस्थ चौराहा
- जीपीओ चौराहा
- बिचौली मर्दाना अंडरपास
- कनाड़िया बायपास चौराहा
- एमजी रोड चौराहा